


चंदौली। पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला चिकित्सालय के औषधालय में इन दिनों कई आवश्यक दवाएं उपलब्ध नहीं हैं, जिससे ओपीडी में आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को मजबूरन बाहर से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं, जिससे आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है।

यह अस्पताल बाबा कीनाराम स्वशासी मेडिकल कॉलेज से संबद्ध है, जहां प्रतिदिन करीब 1200 मरीज ओपीडी में इलाज के लिए आते हैं। चिकित्सक आवश्यक दवाएं तो लिख रहे हैं, लेकिन अस्पताल के औषधालय में कई दवाएं नदारद हैं। खासकर मानसिक रोगों में उपयोग होने वाली रिस्पेरिडोन, एसिक्लोप्राइम और क्यूटियापाइन जैसी अहम दवाएं कई महीनों से उपलब्ध नहीं हैं।
इसी तरह दर्द निवारक डाइक्लोफिनेक मरहम की भी भारी कमी है। जबकि इनमें से कई दवाएं पहले अस्पताल में उपलब्ध थीं और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों पर भी नहीं मिल रही हैं।
बकाया भुगतान और सप्लाई ठप होने से संकट
विभागीय सूत्रों की मानें तो मार्च में वित्तीय वर्ष की क्लोजिंग के कारण दवा आपूर्ति रुक गई है। दवा सप्लायर एजेंसी का भुगतान लंबित है, जिससे वितरण में रुकावट आ रही है। अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो स्थिति और भी खराब हो सकती है।
डिमांड भेजी गई है: सीएमएस
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. सत्य प्रकाश ने बताया कि औषधि भंडार के लिए आवश्यक दवाओं की डिमांड भेज दी गई है। उम्मीद है कि जल्द ही दवाएं उपलब्ध हो जाएंगी और मरीजों को राहत मिलेगी।