Devotional

शिवपुर का रथयात्रा मेला बारिश के साथ भक्ति भाव के रंग से हुआ सराबोर,दर्शनों के लिए भक्तों की उमड़ी भीड़

वाराणासी जिले के शिवपुर में सोमवार की शाम भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ पर विराजित होकर प्रभु जगन्नाथ श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे इसी के साथ ही भगवान और भक्तों के प्रेम का अनूठा रिश्ता आस्था के मेले में सड़क की पटरियों पर रच बस गया। शिवपुर का यह रथयात्रा मेला बारिश के साथ भक्ति भाव के रंग से सराबोर हुआ। करीब 140 साल पुराना यह रथयात्रा मेला अपने आप में कई परंपराओं को समेटे हुए है। शाम 5 बजे में प्रभु जगन्नाथ की भव्य आरती और पूजा पाठ के बाद यह रथयात्रा मेला गुलजार हो उठा।…
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कुंवर ने रथ खींच कर दो दिवसीय ऐतिहासिक रथयात्रा मेला का किया शुभारंभ

हाथी पर सवार कुंवर का लोगों ने हर हर महादेव के साथ किया स्वागत भगवान इंद्र ने भी रथ यात्रा पर वर्षा कर किया परंपरा का निर्वहन वाराणसी - रोहनिया राजातालाब, भैरवतालाब, मोहनसराय में आयोजित ऐतिहासिक दो दिवसीय रथ यात्रा मेला का शुभारंभ काशीराज परिवार के कुँवर अनंत नारायण सिंह ने राजातालाब रानी बाजार स्थित किला परिसर में दरबार में पहुंचकर परंपरागत लोगों से विचार विमर्श किया जिसके दौरान उपस्थित लोगों ने उनको कर के रूप में कुछ मुद्रा देकर परंपरा का निर्वहन किया। उसके उपरांत ठाकुर जी के मंदिर पर भगवान जगन्नाथ जी व बड़े भाई बलभद्र और बहन…
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दो दिवसीय ऐतिहासिक रथयात्रा मेला में ग्रामीणों की उमड़ी भारी भीड़, किया भगवान जगन्नाथ जी का दर्शन

मेला में दूसरे दिन लोगों ने झूला,सर्कस का उठाया लुफ्त,मेला सकुशल संपन्न सुरक्षा व्यवस्था के साथ रानी बाजार में पुनः वापस पहुंचा भगवान जगन्नाथ जी का रथ राजातालाब।भैरव तालाब,राजातालाब मोहन सराय में आयोजित दो दिवसीय ऐतिहासिक रथ यात्रा मेला सकुशल संपन्न हुआ। रथ यात्रा मेला के दूसरे दिन शनिवार को ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। जिसे देखकर प्रशासन द्वारा राजातालाब जंसा मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया था। मेला में आए हुए श्रद्धालुओं ने रथ में विराजमान भगवान जगन्नाथ जी का दर्शन व प्रसाद ग्रहण किया।मेला में महिलाओं तथा पुरुषों के साथ बच्चों ने झूला, सर्कस…
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आसाम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने मार्कंडेय महादेव मंदिर में किया रूद्राभिषेक

आसाम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य शुक्रवार को प्रातः 11बजे वाराणासी जिले के चौबेपुर कैथी स्थित क्षेत्र के मार्कंडेय महादेव मंदिर पहुंचे।जहां उन्होंने मार्कंडेय महादेव मंदिर में रूद्राभिषेक कराया। वहां उन्होंने ने जलाभिषेक, दर्शन पूजन करने के बाद मंदिर का अवलोकन किया। राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने पत्रकारों को बताया कि संस्कार व संस्कृति की पहली कड़ी यही से मिलती है। यहां आकर मैं धन्य हुआ। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक स्थलों का विकास कर सभी को संस्कारित करने का जो प्रयास किया है वह यहां देखने को मिलता है। यहां देश के सभी…
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कुंवर ने रथ खींच कर दो दिवसीय ऐतिहासिक रथयात्रा मेला का किया शुभारंभ

हाथी पर सवार कुंवर का लोगों ने हर हर महादेव के साथ किया स्वागत भगवान इंद्र ने भी रथ यात्रा पर वर्षा कर किया परंपरा का निर्वहन राजातालाब।राजातालाब, भैरवतालाब, मोहनसराय में आयोजित ऐतिहासिक दो दिवसीय रथ यात्रा मेला का शुभारंभ काशीराज परिवार के कुँवर अनंत नारायण सिंह ने राजातालाब रानी बाजार स्थित किला परिसर में दरबार में पहुंचकर परंपरागत लोगों से विचार विमर्श किया जिसके दौरान उपस्थित लोगों ने उनको कर के रूप में कुछ मुद्रा देकर परंपरा का निर्वहन किया। उसके उपरांत ठाकुर जी के मंदिर पर भगवान जगन्नाथ जी व बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा का रथ…
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रथयात्रा मेला के दौरान आज से रथयात्रा चौराहा नहीं जा सकेंगे वाहन

वाराणसी-प्रसिद्ध रथयात्रा मेला के मद्देनजर रथयात्रा की ओर जाने वाले मार्गों पर यातायात प्रतिबंध व डायवर्जन लागू किया गया है। यह 26 से 30 जून शाम चार बजे भोर तीन बजे तक रहेगा। एंबुलेंस व और वाहन प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। सिगरा चौराहा, आकाशवाणी, नीमामाई तिराहा के समीप कार, आटो, ई-रिक्शा, मोटर साइकिल, पैडल रिक्शा एवं सभी प्रकार के वाहनों को पार्किंग में खड़ा कराया जाएगा। भारी वाहन ट्रक आदि के लिए रथयात्रा नहीं जा सकेंगे। मंडुवाडीह से आने वाले वाहनों के लिए आकाशवाणी तिराहा से रथयात्रा चौराहे तक जाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। सिगरा चौराहे से भी रथयात्रा तक…
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काशी विश्वनाथ धाम में गंगा द्वार पर बना स्थायी शेड, श्रद्धालुओं को मिलेगी गर्मी व बारिश से राहत

वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शनार्थियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। गंगा द्वार पर अब स्थायी शेड का निर्माण करा दिया गया है, जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को गर्मी, बारिश और अन्य मौसमी प्रभावों से राहत मिलेगी। गौरतलब है कि हर वर्ष गर्मी के मौसम में हजारों की संख्या में श्रद्धालु काशी विश्वनाथ धाम पहुंचते हैं। मंदिर में प्रवेश के लिए लाइन में खड़े रहते समय तीव्र गर्मी और धूप के कारण लोगों को चक्कर आने और बेहोश होने जैसी घटनाएं सामने आती रही हैं। बीते वर्षों में…
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भगवान धन्वंतरि की स्तुति: Dhanvantri Slokam का महत्व, विधि और लाभ

भगवान धन्वंतरि की स्तुति: Dhanvantri Slokam का महत्व, विधि और लाभ

भारतवर्ष में जब-जब चिकित्सा और आरोग्यता की बात होती है, तब-तब भगवान धन्वंतरि का स्मरण स्वाभाविक हो जाता है। उन्हें आयुर्वेद के देवता और चिकित्सा विज्ञान के अधिष्ठाता माना जाता है। Dhanvantri Slokam एक अत्यंत प्रभावशाली मंत्र है जो न केवल रोगों से रक्षा करता है, बल्कि मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा भी प्रदान करता है। इस लेख में हम आपको इस श्लोक की विधि, लाभ और इसके गूढ़ अर्थ के बारे में विस्तार से बताएंगे। Slokam ध्यानं अच्युतानन्त गोविन्द विष्णो नारायणामृतरोगान्मे नाशयाशेषानाशु धन्वन्तरे हरे॥आरोग्यं दीर्घमायुष्यं बलं तेजो धियं श्रियंस्वभक्तेभ्योऽनुगृह्णन्तं वन्दे धन्वन्तरिं हरिम् ॥१॥ शङ्खं चक्रं जलौकां दधदमृतघटं चारुदोर्भिश्चतुर्भिः,सूक्ष्मस्वच्छातिहृद्यांशुक परिविलसन्मौळिमम्बोजनेत्रम्॥कालाम्भोदोज्ज्वलाङ्गं…
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चमत्कारी “Dhanvantri Mantra” – रोगों से मुक्ति और आरोग्य का अद्भुत रहस्य

चमत्कारी “Dhanvantri Mantra” – रोगों से मुक्ति और आरोग्य का अद्भुत रहस्य

भारतीय संस्कृति में भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद के जनक और देवताओं के वैद्य के रूप में पूजा जाता है। जब बात रोगों से मुक्ति, तन-मन की शुद्धता और दीर्घायु की होती है, तो Dhanvantri Mantra का जप एक दिव्य उपाय माना जाता है। यह मंत्र न केवल शारीरिक आरोग्य प्रदान करता है, बल्कि मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा से भी भर देता है। इस लेख में हम इस मंत्र के महत्व, जप की विधि और इसके लाभों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। Mantra ॐ श्री धन्वंतरये नमः। Dhanvantri Mantra न केवल एक आध्यात्मिक साधना है, बल्कि यह जीवनशैली को स्वस्थ,…
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चमत्कारी “भक्तामर पाठ” की विधि, लाभ और आध्यात्मिक महिमा

चमत्कारी “भक्तामर पाठ” की विधि, लाभ और आध्यात्मिक महिमा

भक्तामर पाठ केवल एक स्तोत्र नहीं, बल्कि आत्मा की गहराइयों को छू लेने वाला एक दिव्य अनुभव है। यह स्तोत्र भगवान आदिनाथ की स्तुति में लिखा गया है, जिसे आचार्य मानतुंग ने अपनी शक्ति से रचा था। जब कोई श्रद्धा और विश्वास के साथ भक्तामर स्तोत्र का पाठ करता है, तो उसके जीवन में न केवल आध्यात्मिक उन्नति होती है, बल्कि सांसारिक बाधाएं भी दूर होने लगती हैं। आज हम इस लेख में जानेंगे भक्तामर पाठ की सही विधि, इससे मिलने वाले लाभ, और इसकी अद्भुत महिमा। पाठ श्री आदिनाथाय नमः कालजयी महाकाव्य श्रीमन्मानतुङ्गाचार्य-विरचितम्। भक्तामर-प्रणत-मौलि-मणि-प्रभाणा-मुद्योतकं दलित-पाप-तमो-वितानम्॥सम्यक्-प्रणम्य जिन प-पाद-युगं युगादावालम्बनं भव-जले…
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