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May
भारत और पाकिस्तान के बीच पारंपरिक तनाव अगर युद्ध का रूप ले लेता है, और उस स्थिति में चीन पाकिस्तान के समर्थन में सामने आता है, तो यह महज सीमाई संघर्ष नहीं रहेगा, बल्कि एक गहन और व्यापक भू-राजनीतिक संकट बन जाएगा। यह परिदृश्य भारत के लिए दोहरे मोर्चे की चुनौती लेकर आता है — एक ओर सैन्य दबाव और दूसरी ओर आर्थिक व कूटनीतिक घेराबंदी का खतरा। चीन और पाकिस्तान के बीच वर्षों से चला आ रहा सामरिक सहयोग, अब नई ऊँचाइयों पर है। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC), ग्वादर पोर्ट का विकास, और दक्षिण एशिया में भारत के प्रभाव…