सोनाली पटवा।लखनऊ, 22 सितंबर: उत्तर प्रदेश सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ के तहत अपराध और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने प्रदेश के दुर्दांत अपराधियों, नशे के सौदागरों, हथियार तस्करों, और नकल माफिया के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान चलाया है। पिछले साढ़े सात वर्षों में यूपी एसटीएफ ने 7,015 कुख्यात और इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया, जबकि 49 अपराधी मुठभेड़ में मारे गए।
इस दौरान एसटीएफ ने 559 से अधिक अपराधिक घटनाओं को समय रहते रोकने में सफलता प्राप्त की, जिसमें हत्या, अपहरण, और लूट जैसी घटनाएं शामिल हैं। एसटीएफ ने 3970 संगठित अपराधियों को भी गिरफ्तार किया, जिससे प्रदेश में अपराध दर में गिरावट आई है।
पेपर लीक माफिया पर बड़ी कार्रवाई
एसटीएफ ने 193 गैंग के 926 अभियुक्तों को पकड़ा, जो परीक्षा पेपर लीक और नकल के मामलों में लिप्त थे। इस कार्रवाई ने युवाओं के बीच सरकार की साख को और मजबूत किया। इसके अलावा, साइबर अपराधों पर भी शिकंजा कसते हुए 379 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
अवैध हथियार और नशे के कारोबार पर सख्ती
एसटीएफ ने अवैध हथियारों के तस्करों के खिलाफ भी अभियान चलाकर 2080 अवैध शस्त्र और 8229 कारतूस बरामद किए। मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ की गई कार्रवाई में 1083 सौदागरों को गिरफ्तार किया गया और बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ बरामद किए गए, जिसमें 6.1 किलो ब्राउन शुगर, 91147 किलो गांजा, और 21.521 किलो हेरोइन शामिल हैं।
वन्यजीवों की तस्करी पर रोक
वन्यजीवों की तस्करी करने वाले अपराधियों के खिलाफ भी एसटीएफ ने प्रभावी कदम उठाए हैं। कुल 170 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया और प्रतिबंधित वन्यजीवों की खाल, हड्डियां और अन्य तस्करी की वस्तुएं बरामद की गईं।
अभियानों की सफलता और भविष्य की दिशा
एसटीएफ की सक्रियता और सतर्कता ने उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले पस्त कर दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ के तहत प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ लगातार अभियान जारी रहेगा।