वाराणसी में नेम प्लेट विवाद के बीच, सावन के पहले सोमवार को काशी में एक अनोखी तस्वीर देखने को मिली। कांवड़ यात्रा के दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं और कांवड़ियों पर गुलाब की पंखुड़ियां बरसाकर उनका स्वागत किया। गोदौलिया से ज्ञानवापी मार्ग पर लाइन में खड़े हजारों श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा कर उन्होंने काशी की गंगा-जमुनी तहजीब का परिचय दिया।
मोहम्मद आशिफ ने बताया कि काशी धार्मिक एकता के लिए जानी जाती है और इस पुष्प वर्षा के माध्यम से वे जाति और धर्म के भेदभाव को मिटाने का संदेश देना चाहते हैं। काशी के संतों और हिंदूवादी संगठनों ने भी यूपी सरकार के नेम प्लेट लगाने के फैसले का समर्थन किया है। अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती और विश्व हिंदू सेना के चीफ अरुण पाठक ने इस फैसले का स्वागत किया है और विपक्ष को नसीहत दी है। हिंदूवादी संगठनों ने इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाया है, दुकानदारों से अपनी दुकानों के बाहर नाम लिखने की अपील की है।