
सोनाली पटवा.चंदौली के नए एसपी आदित्य लांग्हे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। लांग्हे, जो वाराणसी के पूर्व एसएसपी प्रभाकर चौधरी के नक्शे कदम पर चल रहे हैं, ने थानों पर लंबे समय से जमे आरक्षियों और हेड कांस्टेबलों को विशेष प्रशिक्षण के लिए पुलिस लाइन में बुला लिया है। कुल 32 पुलिसकर्मी, जिनमें महिला थाना समेत सभी 16 थानों से आरक्षी और हेड कांस्टेबल शामिल हैं, प्रशिक्षण के लिए रिलीव कर दिए गए हैं। इनमें कुछ चालक भी हैं, जिनके हटने से थानों के कामकाज पर असर पड़ा है, लेकिन अधिकतर वे पुलिसकर्मी हैं जिनके खिलाफ शिकायतें मिलती रहती थीं।
एसपी लांग्हे के इस फैसले से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है और बुलाए गए पुलिसकर्मी वापस अपनी जगह पाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, पर किसी की दाल गलती नजर नहीं आ रही। विशेष प्रशिक्षण के बाद इन पुलिसकर्मियों की मूल तैनाती पर वापस भेजने या तबादला करने को लेकर चर्चाएं जारी हैं। यह कदम एसपी लांग्हे के भ्रष्टाचार विरोधी दृष्टिकोण को दर्शाता है और उनके नेतृत्व में पुलिस विभाग में सुधार की उम्मीद की जा रही है। वही आपको बता दे की सैयद राजा थाने से हेड कांस्टेबल रूप नारायण का ना हटना चर्चा का विषय बना हुआ,क्योंकि वह एक ही थाने में 5 साल से जमे हुए।इसके अलावा पूर्व कैबिनेट मंत्री के एक गनर कृष्ण कुमार सिंह भी सैयदराजा थाने में लगभग 5 साल से जमे हुए हैं।