


महाकुंभ नगर। मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ उमड़ने का अनुमान एक दिन पहले ही सही साबित होता नजर आ गया। भीड़ की वजह से सुबह 11 बजे ही सभी पांटून पुल बंद करने पड़ गए। दोपहर चार बजे संगम स्नान करने वालों का आंकड़ा 4.64 करोड़ पहुंच गया।
भीड़ छंटने पर दोपहर करीब एक बजे सात पांटून पुल खोले गए, हालांकि अन्य पर यातायात प्रतिबंध लागू रहा। मेला क्षेत्र में सोमवार रात से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। मंगलवार सुबह आठ बजते-बजते ही यह आंकड़ा 50 लाख को पार कर गया।दो घंटे में लगभग 60 लाख और श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। सुबह 10 बजे तक यह संख्या बढ़कर 1.13 करोड़ हो गई। मेला क्षेत्र में एक करोड़ से ज्यादा लोगों के पहुंचने पर हर रास्ते भीड़ से पटे नजर आए। इसे देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से सभी पांटून पुलों पर आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया। योजना यह रही कि श्रद्धालु जिस दिशा में हैं, वह उसी ओर से बाहर निकलकर अपने गंतव्य की ओर चले जाएं। यह प्रतिबंध करीब ढाई घंटे तक लागू रहा।
इसके बाद स्थिति कुछ हल्की होने पर दोपहर करीब 1:30 बजे पांटून पुल नंबर-13, 17, 18, 19, 20, 21 और 22 को खोला गया। इनमें भी वही पांटून पुल रहे, जो शास्त्री ब्रिज के बाद स्थित थे। भीड़ को देखते हुए ही अखाड़ा व संगम क्षेत्र से सटे पांटून पुलों को नहीं खोला गया।
उधर, प्रशासन के आधिकारिक आंकड़े के अनुसार, मंगलवार शाम चार बजे तक संगम में करीब 4.64 करोड़ लोग स्नान कर चुके थे। जबकि महाकुंभ की शुरुआत से लेकर मंगलवार चार बजे तक कुल 19 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके थे।
