
वाराणसी। शहर के चितईपुर थाना क्षेत्र स्थित महामनापुरी कॉलोनी में गुरुवार भोर 3:30 बजे एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जहां रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर आर.के. सिंह ने अपनी लाइसेंसी राइफल से खुद को गोली मार ली। इस आत्मघाती कदम से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। 67 वर्षीय आर.के. सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) से सेवानिवृत्त हुए थे और सुंदरपुर क्षेत्र स्थित निजी आवास में परिवार संग रहते थे।
मूल रूप से आजमगढ़ के निवासी आर.के. सिंह का पिछले कुछ समय से कैंसर का इलाज मुंबई में चल रहा था। डॉक्टरों ने उन्हें जवाब दे दिया था, और वे केवल पेन किलर के सहारे दर्द से जूझते हुए जीवन बिता रहे थे। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, वे बीमारी और पीड़ा से मानसिक रूप से बेहद व्यथित थे, जो संभवतः आत्महत्या की वजह बनी।
घटना के समय परिवार के अन्य सदस्य घर में ही मौजूद थे। गोली चलने की आवाज सुनते ही परिजन मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
आर.के. सिंह अपने पीछे पत्नी, बेटा-बहू और दो बेटियों का भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके असामयिक और दुःखद निधन से न केवल परिवार में बल्कि पुलिस विभाग में भी शोक की लहर है। पुलिस मामले की जांच कर रही की यह आत्महत्या है या दुर्घटना, वहीं परिवार जन शोक में डूबे हैं।