RS Shivmurti

महाशिवरात्रि की आड़ में डी.जे. के शोर से जनता बेहाल, कई जगहों पर हृदय गति बढ़ने से डॉक्टर की शरण में जाना पड़ा भुक्तभोगियों को।  

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वाराणसी

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ध्वनि नियंत्रण को लेकर, भारत के कानून में भले ही ढेर सारे नियम और निर्देश हों मगर धर्म की आड़ में, नशा और डीजे के साथ, धार्मिक कार्यक्रमों में जैसी अराजकता बढ़ती जा रही है, उसका खामियाज़ा पूरे समाज को भुगतना पड़ रहा है। भगवान शिव की नगरी काशी में, महाशिवरात्रि के दिन डीजे के चलते तमाम इलाकों में नागरिकों को जिस तरह से अपने ही घर में प्रताड़ित होना पड़ा और तमाम मामलों में डीजे के चलते तबियत बिगड़ने के बाद चिकित्सकों को बुलाना पड़ा, उसके कारण यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि डी.जे. के चलते आये दिन होने वाली मौतों के बावजूद हमारी चुनी हुई सरकार और हमारे अधिकारी क्या कर रहे हैं? वैसे यह भी कहा जा सकता है कि पुलिस द्वारा स्वतः संज्ञान लेकर कानूनी कार्यवाही करने के आदेश को ठंडे बस्ते में डालने से लोगों में कानून का भय ख़त्म हो रहा है और स्थितियाँ ज्यादा खराब हो रही हैं। बस अच्छी बात ये है कि ऐसे आतंक के खिलाफ आम जनता मुखर होने लगी है और शिकायत मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुँच रही है। 

केस 1:

वाराणसी के चेतगंज थाना अंतर्गत पानदरीबा इलाके में शुक्रवार की शाम को बहुत तेज डी.जे. के कारण एक अधिवक्ता के घर की खिड़की और दरवाजे बहुत अधिक हिलने लगे।  मना करने पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इस बीच अधिवक्ता की पत्नी को बहुत अधिक घबराहट और बेचैनी की शिकायत हो गयी और साँस फूलने लगी।  इसके बाद सूचना मिलते ही पानदरीबा पुलिस चौकी प्रभारी मौके पर पहुँचे और डी.जे. को पूरी तरह से स्विच आफ कराया। समाचार लिखे जाते समय अधिवक्ता की पत्नी की हालत खतरे से बाहर मगर चिंताजनक बनी हुई है।  

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केस 2:

वाराणसी में भेलूपुर थाना अंतर्गत ब्रह्मानंद नगर कॉलोनी में एक पीपल के पेड़ के नीचे बहुत तेज आवाज में, महाशिवरात्रि पर्व की आड़ में डी.जे. के चलते एक टी.वी. पत्रकार, हिमांशु शर्मा के 80 वर्षीय पिता की तबियत बहुत खराब होने लगी।  परिवार के लोगों ने डी.जे. बजाने वालों से मानवीय आधार पर उक्त डी.जे. को बंद करने का आग्रह किया तो उस पर किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया।  इसके बाद शोर के खिलाफ अभियान चलाने वाली संस्था ‘सत्या फाउण्डेशन’ से मिली जानकारी के आधार पर हिमांशु शर्मा की पत्नी ने ए.सी.पी. भेलूपुर के नंबर 9454401638 और वाराणसी पुलिस कंट्रोल रूम के नंबर 9454401645 पर सूचना दी।  इसके बाद मिनटों में मौके पर पहुँचे दुर्गाकुंड चौकी प्रभारी श्री अनुराग मिश्रा ने डी.जे. को बंद कराया। समाचार लिखे जाते समय उक्त वृद्ध व्यक्ति को चिकित्सकीय परामर्श के मुताबिक़, बेचैनी और ह्रदय गति को सामान्य करने के लिए दवा दी जा रही थी और हालत चिंताजनक मगर खतरे से बाहर है।  

केस 3:

वाराणसी के भेलूपुर थाना अंतर्गत अस्सी घाट के किनारे गत रात्रि 12.30 बजे अचानक से धार्मिक पद यात्रा में डी.जे. बजने के कारण, पास में रहने वाले एडवोकेट मदन मोहन पाण्डेय की नींद खुल गई। धर्म की आड़ में डीजे की तेज आवाज की शिकायत उन्होंने ‘सत्या फाउण्डेशन’ के हेल्पलाइन नंबर 9212735622 पर की।  इसके बाद संस्था के सचिव चेतन उपाध्याय ने वाराणसी पुलिस कंट्रोल रूम के नंबर 9454401645 पर इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंचे अस्सी पुलिस चौकी प्रभारी श्री राहुल मौर्या ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी देकर उक्त डी.जे. को बंद करवाया।  

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(चेतन उपाध्याय)
संस्थापक सचिव, ‘सत्या फाउण्डेशन’ 
                                                                                                                                                                                                                                                            9212735622  

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