वाराणसी।दिनांक 28/11/2024 को कार्यवाहक प्रभारी राहुल सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम, जिसमें उपनिरीक्षक पवन कुमार, प्रशिक्षु चंद्रशेखर यादव, और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे, ने लहरतारा फुलवरिया ओवरब्रिज पर रात्रि गश्त और चेकिंग कर रहे थे इसी दौरान रात्रि लगभग 1:30बजे के दौरान एक नीले रंग की बलेनो कार को रोका। फ्लाईओवर पर संदिग्ध प्रतीत हो रही इस गाड़ी के आगे नंबर प्लेट नहीं थी। कार को रोककर उसमें सवार तीन व्यक्तियों से पूछताछ की गई।
ड्राइवर ने अपना नाम हिमांशु रंजन (निवासी गाजीपुर) बताया, जबकि अन्य दो व्यक्तियों ने अपना नाम अभिजीत कुमार (निवासी चंदौली) और अंकित यादव (निवासी गाजीपुर) बताया। गाड़ी पर चिपका हुआ “वीआईपी/विधायक पास” संदिग्ध लगा। पूछताछ में चालक हिमांशु ने गाड़ी को सेकंड हैंड खरीदा होना बताया और स्वीकार किया कि यह फर्जी पास उसने टोल टैक्स और पुलिस चेकिंग से बचने के लिए लगाया था।
वाहन की जांच में पीछे लगी नंबर प्लेट (UP66Q8656) के आधार पर गाड़ी के मालिक का नाम सुजीत जायसवाल (निवासी भदोही) पाया गया। गाड़ी के भीतर से एक फर्जी “विधानसभा पास” बरामद हुआ, जिसमें विधानसभा सचिवालय उत्तर प्रदेश और गाड़ी नंबर अंकित था।
वाहन चालक हिमांशु रंजन द्वारा वैध दस्तावेज प्रस्तुत न कर पाने और फर्जी पास का उपयोग करने के आरोप में वाहन को मौके पर धारा 207 MV ACT के तहत सीज कर दिया गया। इस कृत्य के लिए चालक के खिलाफ धारा 318(4), 319(2), 336(3) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया।