वाराणसी(सोनाली पटवा): दलहट्टा स्थित देसी शराब के ठेके और चेतगंज चौराहे पर साधु पप्पू दास की निर्मम हत्या के तीन आरोपियों को अदालत में पेश कर जिला जेल भेज दिया गया है, जबकि चार किशोरों को रामनगर के बाल सुधार गृह में दाखिल किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, सिर पर वजनी वस्तु से प्रहार के चलते साधु की मौत हुई थी।
घटना का विवरण
40 वर्षीय पप्पू दास, जो साधु वेश में भिक्षाटन करता था, सोमवार को अपने भाई गप्पू के साथ दलहट्टा के शराब ठेके के पास खड़ा था। इसी दौरान कुछ किशोरों से उसकी कहासुनी हो गई, जिसके बाद चार किशोर और तीन युवक मिलकर पप्पू को लात-घूसों से मारने लगे। जब पप्पू वहां से भागा, तो चेतगंज चौराहे पर उसे ईंट-पत्थर से बुरी तरह पीटा गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से तीन घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। चेतगंज पुलिस अब इन आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
मासूम कान्हा के सिर से उठा माता-पिता का साया
साधु पप्पू दास के पांच वर्षीय बेटे कान्हा के सिर से मां के बाद पिता का साया भी उठ गया है। पप्पू की पत्नी की पहले ही मौत हो चुकी थी, और अब उसके निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पप्पू की मां मलूटी बेसुध होकर बार-बार यही कह रही थी कि अब पोते का कौन ख्याल रखेगा।
मलिन बस्ती के किशोरों से परेशान लोग
घटनास्थल के आसपास के लोग बेनिया की मलिन बस्ती के किशोरों और युवकों के उत्पात से परेशान हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, ये किशोर अक्सर मारपीट और चोरी में लिप्त रहते हैं। चेतगंज पुलिस की लापरवाही के चलते इन किशोरों और युवकों की अराजकता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।