चंदौली:ब्यूरो चीफ गणपत राय। जिले के सैयदराजा थाना प्रभारी के एसओजी और प्राइवेट नंबर पर वरिष्ठ पत्रकार गणपत राय द्वारा किए गए कॉल को अनसुना कर दिया गया, जबकि डीजीपी और एडीजीपी का स्पष्ट निर्देश है कि पत्रकारों को प्राथमिकता दी जाए। वरिष्ठ पत्रकार गणपत राय ने थाना प्रभारी से चंदौली के नौबतपुर स्थित एक पेट्रोल पंप पर दो दिन से खड़ी लावारिस गाड़ी के बारे में जानकारी लेनी चाही थी, जिसे पेट्रोल पंप मालिक की सूचना पर पुलिस ने थाने ले जाकर खड़ा कर दिया था।
पत्रकार का कहना था कि दो दिन तक पेट्रोल पंप पर बिना किसी जांच के लावारिस गाड़ी खड़ी रही, जिससे कोई बड़ी वारदात भी हो सकती थी। पेट्रोल पंप मालिक ने थाना प्रभारी को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद गाड़ी को सैयदराजा थाने ले जाया गया। हालांकि, गाड़ी में क्या था और यह किसकी है, इन सवालों के जवाब जानने के लिए वरिष्ठ पत्रकार गणपत राय ने थाना प्रभारी को कॉल किया, लेकिन उनका फोन नहीं उठाया गया।
इस घटना ने पत्रकारों में आक्रोश पैदा कर दिया है। उनका कहना है कि पुलिस अधिकारियों को पत्रकारों के प्रति सहयोगात्मक रवैया अपनाना चाहिए, विशेष रूप से तब जब संभावित खतरों की आशंका हो।