भोपाल। मध्य प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप जारी है। रात और दिन दोनों समय के तापमान में तेजी से गिरावट देखी जा रही है। शुक्रवार को प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस मंडला में दर्ज किया गया। वहीं, प्रदेश के 10 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। राजधानी भोपाल में शीतलहर के चलते शुक्रवार को रात का तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.1 डिग्री कम रहा।
यह इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। इससे पहले, 23 नवंबर को भी भोपाल में शीतलहर का प्रभाव देखा गया था। इंदौर, ग्वालियर और भोपाल सहित कई स्थानों पर ठंड ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।
सर्द हवाओं के कारण गिरावट
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं के चलते प्रदेश का तापमान लगातार गिर रहा है। प्रदेश में ठंड का यह दौर आगामी 48 घंटों तक जारी रह सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि देश के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में जेट स्ट्रीम बना हुआ है। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी में बने गहरे अवदाब क्षेत्र और अफगानिस्तान के पास पश्चिमी विक्षोभ की द्रोणिका के प्रभाव से हवाओं का रुख उत्तरी और उत्तर-पूर्वी हो गया है।
फेंगल तूफान का असर कम
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना गहरा अवदाब अब ‘फेंगल’ तूफान में बदल चुका है। यह तूफान शनिवार सुबह पुड्डुचेरी के पास टकराने की संभावना है। हालांकि, मध्य प्रदेश पर इस तूफान का कोई खास असर नहीं पड़ेगा। लेकिन हवाओं के रुख में बदलाव होने से रविवार से प्रदेश में रात के तापमान में थोड़ी वृद्धि हो सकती है।
शीतलहर कब मानी जाती है
मौसम विज्ञान के अनुसार, जब रात का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो और यह सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे हो, तो शीतलहर घोषित की जाती है। शुक्रवार को भोपाल का तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज हुआ, जो शीतलहर के मापदंडों को पूरा करता है।
अगले दो दिन ठंड बढ़ने की संभावना
वर्तमान में उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं के कारण प्रदेश में कड़ाके की ठंड जारी है। शनिवार और रविवार को भी प्रदेश में मौसम इसी तरह ठंडा रहने के आसार हैं। हालांकि, रविवार के बाद हवाओं के रुख में बदलाव से तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मध्य प्रदेश में आने वाले दिनों में ठंड और अधिक तेज हो सकती है। प्रदेशवासियों को ठंड से बचाव के उपाय करने की सलाह दी गई है।