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सत्या फाउंडेशन ने यातायात माह के अंतिम दिन किया जागरूकता अभियान

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वाराणसी:
यातायात माह के अंतिम दिन, शनिवार 30 नवंबर 2024 को, ‘सत्या फाउंडेशन’ ने वाराणसी के रथयात्रा चौराहे पर अनोखे तरीके से हॉर्न संबंधी नियमों के प्रति जागरूकता अभियान चलाया। यह कार्यक्रम अपराह्न 3 बजे से शाम 5:30 बजे तक आयोजित किया गया। इस दौरान संस्था के 8 सदस्यीय दल ने रंग-बिरंगे डिस्प्ले बोर्ड के साथ रोड शो कर लोगों को जागरूक किया।

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कार्यक्रम की खास बात यह थी कि जब चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल की रेड लाइट जलती, तो कार्यकर्ता हाथों में संदेश लिखे बोर्ड लेकर रुके हुए वाहनों के सामने खड़े हो जाते। इन संदेशों को पढ़कर लोग हाथ हिलाकर, अंगूठा दिखाकर या फोटो खींचकर अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया देते नजर आए।

जागरूकता संदेशों के मुख्य बिंदु

कार्यक्रम में चार प्रकार के संदेशयुक्त बोर्ड लगाए गए थे, जिनमें से हर एक का उद्देश्य हॉर्न बजाने की आदत को नियंत्रित करना और सार्वजनिक स्थलों पर शांति बनाए रखना था।

  1. साइलेंस जोन का महत्व:
    पहले बोर्ड पर लिखा था, “साइलेंस जोन में शांति कायम रखें।” यह बताया गया कि स्कूल, अस्पताल, धार्मिक स्थल और न्यायालय जैसे क्षेत्रों में हॉर्न बजाना या ध्वनि प्रदूषण करना अपराध है। इसके लिए पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 के तहत ₹1 लाख तक जुर्माना या 5 साल की जेल हो सकती है।
  2. समय प्रबंधन का संदेश:
    दूसरे बोर्ड में लिखा था, “घर से 10 मिनट पहले निकलें और बेवजह हॉर्न न बजायें।” यह संदेश समय पर निकलने की आदत डालने और ध्वनि प्रदूषण से बचने पर जोर देता था।
  3. शादी-विवाह में नियम:
    तीसरे संदेश में इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए लिखा गया कि “बारात को सड़कों पर ज्यादा दूर तक न घुमाया जाए।” शादी स्थल से 100 मीटर की दूरी तक बारात निकालने का नियम लागू है, अन्यथा पुलिस कार्रवाई कर सकती है।
  4. प्रेरणादायक तुलना:
    चौथे बोर्ड, जिसने सबसे ज्यादा ध्यान खींचा, पर लिखा था, “कुत्ता भी बेवजह नहीं भौंकता, कृपया बेवजह हॉर्न न बजायें।”

कार्यक्रम में सहयोग और सहभागिता

इस जागरूकता अभियान को सफल बनाने में वाराणसी ट्रैफिक पुलिस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। TSI श्री बब्बन सिंह, कांस्टेबल गौतम कुमार यादव, महिला कांस्टेबल श्रीमती कालिंदी, होमगार्ड दिलीप कुमार और अन्य ने कार्यक्रम में सक्रिय सहयोग दिया।

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सत्या फाउंडेशन की टीम में जसबीर सिंह बग्गा, विजय मिश्रा, अनूप जायसवाल, राजा बाबू मौर्य, अंकित गुप्ता, बाबू कुमार, अमित कुमार गुप्ता और सचिव चेतन उपाध्याय शामिल थे।

जनता ने इस अनोखे प्रयास की खूब सराहना की। कई लोगों ने यह महसूस किया कि हॉर्न बजाने की आदत को बदलकर ध्वनि प्रदूषण को कम किया जा सकता है।

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Aditya