रात 11.30 बजे धनंजय सिंह ने फोन करके कहा मेरी पत्नी चुनाव नहीं लड़ पाएगी, आप दूसरा कैंडिडेट खोज लीजिए…..ये कहकर उन्होंने फोन काट दिया… शाम से ही हमे डाउट हो रहा था इसलिए उनसे मिलने गया रात 8.30 बजे तो उन्होंने बच्चों के सिर पर हाथ रखकर कसम खाई थी की उनकी पत्नी चुनाव लड़ेंगी…धनंजय की पत्नी का टिकट पार्टी ने नहीं काटा। उन्होंने खुद चुनाव लड़ने से मना किया।
बसपा वाराणसी मंडल के कॉर्डिनेटर पूर्व सांसद घनश्याम चंद्र खरवार का बयान।