अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने बुधवार को कहा कि अमेरिका भारत को अपना सबसे अच्छा दोस्त बनाना चाहता है और दोनों देशों के संबंध व्हाइट हाउस में नेतृत्व परिवर्तन से प्रभावित नहीं होंगे। गार्सेटी ने कहा कि यदि भारत को क्षेत्रीय ताकतों से मुकाबला करना है, तो उसे किसी एक देश पर निर्भरता कम करनी होगी। उन्होंने यह निर्भरता न केवल आर्थिक बल्कि सुरक्षा के लिए भी जोखिमपूर्ण बताया। उन्होंने अमेरिकियों से भारत में अधिक निवेश का आह्वान किया।
गार्सेटी ने रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत के शांति प्रयासों की सराहना की और कहा कि अमेरिका हमेशा संकट के समय भारत के साथ खड़ा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के बावजूद भारत-अमेरिका संबंधों में कोई बदलाव नहीं आएगा।
पश्चिमी नौसेना कमान के अधिकारियों से चर्चा
गार्सेटी ने पश्चिमी नौसेना कमान के वाइस एडमिरल संजय सिंह से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच समुद्री सुरक्षा सहयोग और द्विपक्षीय नौसैनिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई।