रायबरेली जिला जेल में रविवार को एक विचाराधीन बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने हड़कंप मचा दिया। मृतक बंदी की पहचान अमेठी जिले के निवासी वारिस के रूप में हुई, जो डीपी एक्ट के तहत जेल में बंद था। उसका शव जेल परिसर के अंदर एक नीम के पेड़ से फांसी के फंदे पर लटकता हुआ पाया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। जेल कर्मियों ने शव को फंदे से नीचे उतारकर संबंधित अधिकारियों को सूचना दी। शुरुआती जांच के मुताबिक, वारिस ने आत्महत्या की है, लेकिन घटना के कारणों को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
जेल प्रशासन ने इस मामले में फिलहाल कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है और मीडिया के सवालों पर चुप्पी साध रखी है। यह घटना जिला जेल के सुरक्षा प्रबंधन और बंदियों के मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के जिला कारागार में हुई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वारिस के परिवारवालों को घटना की सूचना दे दी गई है। परिजनों ने इस घटना को लेकर गहरी चिंता और आक्रोश व्यक्त किया है।
इस घटना ने जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठ रही है। पुलिस और जेल प्रशासन का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा।