चंदौली जिले में हाल ही में कई हत्याओं और अपराधों ने कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। धीना थाना क्षेत्र के करजरा में अजय प्रजापति की हत्या, केशवपुर में महेंद्र प्रजापति की हत्या, दिन दयाल नगर में सोनू और पखंडू की हत्या, तथा पैतुआ में पवन चौहान की हत्या जैसी घटनाओं ने जिले को हिला कर रख दिया है।
इन हत्याओं पर भाकपा (माले) नेताओं ने कड़ी नाराजगी जताते हुए आरोप लगाया कि पुलिस हत्यारों को कड़ी सजा दिलाने के बजाय उन्हें बचाने में लगी हुई है। नेताओं ने हाल ही में शुरू हुए अनिश्चितकालीन धरने में जिले की लचर कानून व्यवस्था पर चिंता जताई और कहा कि करजरा में अजय प्रजापति की हत्या के मुख्य आरोपी आशीष सिंह अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है।
इसके अलावा, अलीनगर थाना क्षेत्र में आलमपुर में गैंगरेप की घटना के बाद भी पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। भाकपा (माले) नेताओं ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर कई मामलों में न्यायिक कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन अब तक किसी भी मामले में संतोषजनक पहल नहीं की गई है, जिससे जनता में असंतोष बढ़ता जा रहा है।