


डीडीयू मंडल कार्यालय में सीबीआई द्वारा की गई छापेमारी ने रेलवे विभाग में हड़कंप मचा दिया है। सीबीआई ने इस छापेमारी के दौरान दो अधिकारियों सहित कुल 26 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई के बाद पिछले दो दिनों में करीब सौ अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, यह तबादला प्रक्रिया जारी रहेगी और और भी अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले की संभावना जताई जा रही है।

बताया गया है कि मंडल के चर्चित अधिकारियों के बाबुओं (क्लार्क) का तबादला बेहद जरूरी है, क्योंकि घूसखोरी और भ्रष्टाचार का खेल अक्सर यहीं से शुरू होता है। सीबीआई की इस कार्रवाई के बाद मंडल कार्यालय में सन्नाटा पसर गया है और अधिकारियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं। सीबीआई के फिर से आने के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
घूसखोरी को लेकर मंडल कार्यालय में चर्चा का माहौल गर्म है। बाबू (क्लार्क) विभाग में भ्रष्टाचार के पहले चरण के रूप में कार्य करते हैं और इनके तबादले से विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। इस पूरे घटनाक्रम से कर्मचारी और अधिकारी चिंतित हैं, क्योंकि इस जांच के दायरे में और भी विभाग आ सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, मंडल कार्यालय के इंजीनियरिंग विभाग में भी भ्रष्टाचार की समस्या गंभीर है और वहां भी बड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। यह स्थिति कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए चिंता का कारण बन गई है, क्योंकि सीबीआई की छानबीन से पूरे मंडल में प्रशासनिक माहौल में बदलाव आ सकता है।
ब्यूरोचीफ गणपत राय