Nikita

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भारत श्रीलंका को देगा 237.1 करोड़ रुपये, ठाणे में ब्रेड की कीमतों में बढ़ोतरी: कारोबार जगत की बड़ी खबरें

भारत श्रीलंका को देगा 237.1 करोड़ रुपये, ठाणे में ब्रेड की कीमतों में बढ़ोतरी: कारोबार जगत की बड़ी खबरें

भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए भारत ने श्रीलंका के पूर्वी प्रांत में चल रही 33 विकास परियोजनाओं को वित्तीय सहायता देने का फैसला किया है। इन परियोजनाओं के लिए भारत 2,371 मिलियन रुपये (237.1 करोड़ रुपये) की सहायता प्रदान करेगा। यह निर्णय दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग और विकासशील क्षेत्रों में सुधार के उद्देश्य से लिया गया है। वहीं, महाराष्ट्र के ठाणे में बेकरी उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी ने उपभोक्ताओं का ध्यान आकर्षित किया है। श्रीलंका में विकास परियोजनाओं के लिए भारत का समर्थन श्रीलंका सरकार ने मंगलवार को जानकारी…
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खाद्य कीमतों में गिरावट से फरवरी में ब्याज दरों में कटौती संभव: रिपोर्ट का दावा

खाद्य कीमतों में गिरावट से फरवरी में ब्याज दरों में कटौती संभव: रिपोर्ट का दावा

भारतीय अर्थव्यवस्था में हाल ही में मुद्रास्फीति से जुड़ी खबरों के बीच एक राहत भरी संभावना सामने आई है। आईसीआईसीआई बैंक की एक ताजा रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यदि जनवरी में खाद्य मुद्रास्फीति में अपेक्षित गिरावट आती है, तो भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) फरवरी में ब्याज दरों में कटौती पर विचार कर सकती है। यह कदम आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए किया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, खाद्य कीमतों में गिरावट नीति निर्माताओं को यह विश्वास दिला सकती है कि वर्तमान परिस्थितियों में दरों में ढील देना संभव है।…
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सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में प्रभावी पूंजीगत व्यय का केवल 37.28% किया उपयोग

सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में प्रभावी पूंजीगत व्यय का केवल 37.28% किया उपयोग

वित्त मंत्रालय ने हाल ही में वित्त वर्ष 2024-25 के पहले छह महीनों के दौरान सरकार के खर्च और निवेश के आंकड़े जारी किए हैं, जिसमें पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) और विभिन्न योजनाओं के लिए आवंटित धन का उपयोग किया गया। इस रिपोर्ट में यह उल्लेख किया गया है कि सरकार ने अपनी बजट योजना के तहत निर्धारित पूंजीगत व्यय का केवल 37.28% ही उपयोग किया है। यह आंकड़ा बताता है कि सरकार के द्वारा किए गए खर्च में अपेक्षित गति की कमी दिखती है, खासकर उन परियोजनाओं के लिए जो बुनियादी ढांचे के निर्माण और दीर्घकालिक आर्थिक विकास को बढ़ावा…
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ईडी ने दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर के खिलाफ कसा शिकंजा; ठाणे में फ्लैट कब्जे में लिया

ईडी ने दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर के खिलाफ कसा शिकंजा; ठाणे में फ्लैट कब्जे में लिया

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के मामले में बड़ा कदम उठाते हुए महाराष्ट्र के ठाणे स्थित एक फ्लैट को अपने कब्जे में लिया है। यह फ्लैट भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर के कथित सहयोगी के नाम पर था और इसकी कीमत करीब 55 लाख रुपये बताई जा रही है। यह कदम दाऊद इब्राहिम के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है, जो एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुख्यात अपराधी है। ईडी की यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि वह मनी लॉन्ड्रिंग और संगठित अपराध के खिलाफ अपनी मुहिम को और तेज कर रही…
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सकट चौथ 2025: जानें तिथि, मुहूर्त और पूजा विधि

सकट चौथ 2025: जानें तिथि, मुहूर्त और पूजा विधि

सकट चौथ, जिसे संकष्टी चतुर्थी, तिलकुट चौथ या माघी चौथ के नाम से भी जाना जाता है, भगवान गणेश को समर्पित एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह व्रत भगवान गणेश की आराधना के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। हर साल यह पर्व माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। यह व्रत भगवान गणेश से जीवन के कष्ट और बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना के साथ रखा जाता है। इस साल सकट चौथ 17 जनवरी 2025, शुक्रवार को मनाई जाएगी। इस दिन भक्तजन व्रत रखते हैं और संतान सुख, सुख-समृद्धि और जीवन में…
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मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग: शिव और शक्ति का दिव्य संगम

मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग: शिव और शक्ति का दिव्य संगम

भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग न केवल भगवान शिव का पवित्र निवास स्थान है, बल्कि देवी पार्वती के साथ उनका आध्यात्मिक संगम भी है। इसे शिव और शक्ति का अनमोल स्थान माना जाता है, जहां श्रद्धालु भगवान शिव और माता पार्वती दोनों की आराधना कर सकते हैं। दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश के श्रीशैल पर्वत पर स्थित यह ज्योतिर्लिंग अपनी धार्मिक और ऐतिहासिक महत्ता के लिए विश्व प्रसिद्ध है। मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग का पौराणिक महत्व मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग का उल्लेख शिव पुराण और स्कंद पुराण जैसे प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। पुराणों में इसे भगवान शिव और माता…
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दिसंबर का अंतिम सप्ताह: व्रत और त्योहारों का शुभ संयोग

दिसंबर का अंतिम सप्ताह: व्रत और त्योहारों का शुभ संयोग

दिसंबर महीने का अंतिम सप्ताह न केवल साल 2024 का समापन करता है, बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी यह सप्ताह अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दौरान कई प्रमुख व्रत और त्योहारों का आयोजन होगा, जो भक्तों के लिए विशेष रूप से फलदायी माने जाते हैं। सफला एकादशी, शनि प्रदोष व्रत, और मास शिवरात्रि जैसे व्रत इस सप्ताह को धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से शुभ बना रहे हैं। आइए, जानते हैं इस सप्ताह के व्रत और त्योहारों के महत्व, विधि और इनके पीछे की पौराणिक मान्यताओं को विस्तार से। साल 2024 की अंतिम एकादशी: सफला एकादशी (26 दिसंबर) सफला एकादशी का व्रत…
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साल की अंतिम एकादशी: सफला एकादशी का शुभ मुहूर्त और महत्व

साल की अंतिम एकादशी: सफला एकादशी का शुभ मुहूर्त और महत्व

साल 2024 का अंतिम सप्ताह भक्तों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस दौरान हिंदू पंचांग के अनुसार पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि आती है, जिसे सफला एकादशी कहा जाता है। इस एकादशी का विशेष महत्व है क्योंकि इसे साल की आखिरी एकादशी माना जाता है। जो भक्त इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करते हैं, उन्हें जीवन में सफलता और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही, यह व्रत नए साल की शुरुआत को भी सकारात्मक ऊर्जा और शुभकामनाओं से भर देता है। सफला एकादशी की तिथि और शुभ मुहूर्त इस वर्ष सफला एकादशी…
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महाकुंभ 2025: अखाड़ों की परंपरा और उनके इतिहास की रोचक कहानी

महाकुंभ 2025: अखाड़ों की परंपरा और उनके इतिहास की रोचक कहानी

साल 2025 में प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। यह आयोजन न केवल भारत के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए एक अद्वितीय धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव है। कुंभ मेले को दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला माना जाता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से हिस्सा लेने आते हैं। इस मेले की खास बात शाही स्नान है, जो अखाड़ों के नागा साधुओं द्वारा किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अखाड़ा क्या है और इसकी परंपरा कैसे शुरू हुई? इस लेख में हम आपको अखाड़ों की उत्पत्ति, उनके महत्व और महाकुंभ में उनकी भूमिका के…
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सुर लगाने के साथ अभिनय में आजमाया हाथ, आखिरी दिन भी गायकी के नाम कर गए मोहम्मद रफी

सुर लगाने के साथ अभिनय में आजमाया हाथ, आखिरी दिन भी गायकी के नाम कर गए मोहम्मद रफी

हिंदी सिनेमा के सबसे महान गायकों में से एक, मोहम्मद रफी का आज 100वां जयंती वर्ष है। उनकी आवाज़ ने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को एक नई दिशा दी और आज भी उनके गीतों का जादू लोगों के दिलों में बसता है। रफी साहब ने अपनी गायकी के अलावा अभिनय की दुनिया में भी कदम रखा था, लेकिन उनका नाम हमेशा संगीत और गायकी के साथ ही जुड़ा रहेगा। 31 जुलाई 1980 को जब उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कहा, तो उनके साथ सुर और गीतों का एक युग भी समाप्त हो गया। आज, उनके 100वें जन्मदिन के इस खास मौके…
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