Ashu

825 Posts
magbo system
शिव स्तुति: महादेव की कृपा पाने का दिव्य मार्ग

शिव स्तुति: महादेव की कृपा पाने का दिव्य मार्ग

भगवान शिव, जो संहारक और सृजनकर्ता दोनों हैं, उनकी स्तुति करने से जीवन में शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक जागृति प्राप्त होती है। शिव स्तुति का जाप करने से भक्तों को शिव कृपा प्राप्त होती है और उनकी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। यह स्तुति न केवल भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है बल्कि इससे मानसिक शांति और ऊर्जा भी प्राप्त होती है। यदि आप शिव की कृपा और आशीर्वाद चाहते हैं, तो प्रतिदिन शिव स्तुति का पाठ अवश्य करें। शिव स्तुति आशुतोष शशाँक शेखर,चन्द्र मौली चिदंबरा,कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,कोटि नमन दिगम्बरा॥ निर्विकार ओमकार अविनाशी,तुम्ही देवाधि देव,जगत सर्जक प्रलय करता,शिवम सत्यम सुंदरा॥…
Read More
Durga Saptashati: महाशक्ति की स्तुति का दिव्य ग्रंथ

Durga Saptashati: महाशक्ति की स्तुति का दिव्य ग्रंथ

"Durga Saptashati" सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसमें माँ दुर्गा की महिमा, उनकी शक्तियों और भक्तों पर उनकी कृपा का वर्णन किया गया है। इसे "देवी महात्म्य" और "चंडी पाठ" के नाम से भी जाना जाता है। यह ग्रंथ 700 श्लोकों का संग्रह है, जो मार्कंडेय पुराण के अंतर्गत आता है। नवरात्रि में विशेष रूप से इसका पाठ किया जाता है, जिससे माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है। Durga Saptashati ॐ ऐं आत्मतत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहाॐ ह्रीं विद्यातत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहाॐ क्लीं शिवतत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा॥ॐ ऐं ह्रीं क्लीं…
Read More
दुर्गा आरती: माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का सरल उपाय

दुर्गा आरती: माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का सरल उपाय

माँ दुर्गा, शक्ति और साहस की प्रतीक हैं। भक्तगण उनकी आराधना कर जीवन में सुख-समृद्धि और शत्रुनाश की कृपा प्राप्त करते हैं। "दुर्गा आरती" का विशेष महत्व है, क्योंकि यह न केवल माँ के आशीर्वाद को आकर्षित करती है, बल्कि मन को भी शांति और सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है। यदि आप माँ दुर्गा की कृपा चाहते हैं, तो नियमित रूप से श्रद्धापूर्वक दुर्गा आरती करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। Durga Aarti ॥ॐ जय अम्बे गौरी॥जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी।तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी।॥ॐ जय अम्बे गौरी॥ मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को।उज्ज्वल से दोउ…
Read More
Durga Saptashati Paath : माँ दुर्गा की आरती के पावन बोल

Durga Saptashati Paath : माँ दुर्गा की आरती के पावन बोल

माँ दुर्गा की आरती का गायन करते समय भक्तों का मन श्रद्धा और भक्ति से भर जाता है। माँ दुर्गा, जो शक्ति, साहस और करुणा की प्रतिमूर्ति हैं, उनकी आरती गाने से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है। "Durga Aarti lyrics" को सही भाव और उच्चारण के साथ पढ़ने या गाने से माँ की कृपा सहज ही प्राप्त होती है। इस लेख में हम माँ दुर्गा की आरती के महत्व, लाभ और सही विधि को विस्तार से समझेंगे। Durga Saptashati Paath ॐ ऐं आत्मतत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा,ॐ ह्रीं विद्यातत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा,ॐ क्लीं…
Read More
Durga Aarti Lyrics: माँ दुर्गा की आरती के चमत्कारी शब्द और लाभ

Durga Aarti Lyrics: माँ दुर्गा की आरती के चमत्कारी शब्द और लाभ

माँ दुर्गा की आरती भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव होती है, जिसमें भक्ति, श्रद्धा और प्रेम का समावेश होता है। जब भक्त माँ की आरती करते हैं, तो वे अपनी भक्ति को शब्दों में ढालकर देवी को समर्पित करते हैं। "Durga Aarti Lyrics" न केवल देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का साधन है, बल्कि यह मन और आत्मा की शुद्धि का मार्ग भी है। आइए, माँ की आरती का महत्व, विधि और इसके लाभों पर विस्तार से चर्चा करें। Durga Aarti lyrics ॐ जय अम्बे गौरी,जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी,तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी,॥ॐ जय…
Read More
देवी दुर्गा का पाठ: पूजा विधि और लाभ

देवी दुर्गा का पाठ: पूजा विधि और लाभ

देवी दुर्गा की पूजा भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा है, और उनका पाठ विशेष रूप से शक्ति, समृद्धि और सुख-शांति के लिए किया जाता है। "दुर्गा पाठ" न केवल मानसिक शांति को बढ़ाता है, बल्कि यह जीवन में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने में भी मदद करता है। जब हम दुर्गा माता का ध्यान करते हैं, तो उनका आशीर्वाद हमें हर प्रकार की परेशानियों से उबारने की शक्ति प्रदान करता है। इस लेख में हम जानेंगे कि दुर्गा पाठ कैसे करें और इसके लाभ क्या हैं। दुर्गा पाठमंत्र ॐ ऐं आत्मतत्त्वं शोधयामि नमः स्वाहा,ॐ ह्रीं विद्यातत्त्वं शोधयामि नमः…
Read More
दुर्गा स्तुति के लाभ और विधि: माँ दुर्गा की आराधना का सरल तरीका

दुर्गा स्तुति के लाभ और विधि: माँ दुर्गा की आराधना का सरल तरीका

माँ दुर्गा की स्तुति हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह स्तुति माँ दुर्गा के अद्वितीय रूपों की महिमा का गुणगान करती है, जो भक्तों के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाती है। दुर्गा स्तुति का पाठ करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ मिलता है, बल्कि यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। इस लेख में हम दुर्गा स्तुति के लाभ और विधि को विस्तार से जानेंगे, जिससे आप अपनी पूजा को सही और प्रभावी तरीके से कर सकेंगे। दुर्गा स्तुति लिरिक्स श्लोकसर्व मंगल मांगल्ए शिवे सर्वार्थ साधिके।शरण्ए त्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते॥ दुर्गा स्तुति लिरिक्सजय…
Read More
“दुर्गा सप्तशती मंत्र: विधि, लाभ और महत्व”

“दुर्गा सप्तशती मंत्र: विधि, लाभ और महत्व”

दुर्गा सप्तशती, जिसे चंडी पाठ भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रभावशाली शास्त्र है। इसमें माँ दुर्गा की महिमा का वर्णन किया गया है और इसके प्रत्येक मंत्र का शक्तिशाली प्रभाव है। इस लेख में हम दुर्गा सप्तशती मंत्र की सही विधि, इसके लाभ और इस दिव्य पाठ के महत्व को समझेंगे। यदि आप जीवन में सफलता, सुख, समृद्धि और शांति की प्राप्ति चाहते हैं, तो दुर्गा सप्तशती मंत्र का जाप एक शक्तिशाली उपाय है। मंत्र कल्याणकारी मंत्र ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके,शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते। संकट मुक्ति के लिए रक्तबीजवधे देवी चण्डमुण्ड…
Read More
दुर्गा जी के भजन: माता दुर्गा की महिमा का गान

दुर्गा जी के भजन: माता दुर्गा की महिमा का गान

माता दुर्गा के भजन उनकी शक्तियों और गुणों का स्तुति करते हुए भक्तों को भक्ति में डुबो देते हैं। इन भजनों के माध्यम से हम देवी दुर्गा की महिमा, उनके रूप, और उनकी कृपा का अनुभव करते हैं। भक्ति और विश्वास से भरे हुए ये भजन न केवल मानसिक शांति और संतोष प्रदान करते हैं, बल्कि जीवन में शक्ति और सुरक्षा का आशीर्वाद भी देते हैं। जय दुर्गा जय दुर्गायह भजन माता दुर्गा की महिमा का गान करता है और उनके अनेक रूपों का उल्लेख करता है। यह भजन विशेष रूप से नवरात्रि के दिनों में बहुत लोकप्रिय है। भक्त…
Read More
दुर्गा चालीसा पाठ विधि और लाभ

दुर्गा चालीसा पाठ विधि और लाभ

दुर्गा चालीसा देवी दुर्गा की उपासना करने का एक प्रभावशाली और सरल तरीका है। यह चालीसा माँ दुर्गा की महिमा का गान करती है और भक्तों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाती है। इस चालीसे के 40 श्लोकों में देवी दुर्गा की शक्ति, रूप और उनके अद्वितीय गुणों का वर्णन है। जब भक्त श्रद्धा और भाव से दुर्गा चालीसा का पाठ करते हैं, तो माता दुर्गा उनके सभी कष्टों को दूर करती हैं और आशीर्वाद देती हैं। दुर्गा चालीसा नमो नमो दुर्गे सुख करनी,नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी। निरंकार है ज्योति तुम्हारी,तिहूं लोक फैली उजियारी। शशि ललाट मुख महाविशाला,नेत्र लाल…
Read More