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अधीक्षक, एसटीएफ उ०प्र० लखनऊ के पर्यवेक्षण में ठीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।

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निरीक्षक अंजनी कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में निरीक्षक आदित्य कुमार सिंह, उपनिरीक्षक मनोज कुमार, मु०आ० विनोद सिंह, सुनील सिंह, प्रभाकर पाण्डेय, गौरव सिंह, प्रशान्त कुमार सिंह, रणधीर सिंह, अखिलेश कुमार, शेरबहादुर, की टीम अभिसूचना संकलन के क्रम में जनपद लखनऊ में भ्रमणशील थी। इस दौरान विश्वनीय सूत्रों से सूचना प्राप्त हुई कि विभिन्न प्रकार के फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोह के कुछ सदस्य जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय मोहान रोड थाना पारा लखनऊ के पास मौजूद है। इस सूचना पर विश्वास कर एसटीएफ टीम द्वारा उपरोक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।

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गिरफ्तार अभियुक्त अल्ताफ राजा ने पूछताछ पर बताया कि बताया हम लोगों का एक गिरोह है जो विभिन्न प्रकार के फर्जी / कूटरचित दस्तावेज तैयार करता है। वह इसके पहले दिल्ली में डॉ० एस०पी० पाण्डेय के साथ मिलकर फर्जी बेबसाइट बनाकर मार्कशीट आदि बनाने का काम करता था। वर्ष 2017 में थाना गीता कालोनी दिल्ली से डा० एस०पी० पाण्डेय के साथ गिरफ्तार होकर जेल गया था। वर्ष 2019 में वह तथा लक्ष्य राठौर थाना चाणक्य पुरी दिल्ली में अन्य साथियों के साथ इसी मामले में जेल गये थे। जेल सग छूटने के बाद लखनऊ आकर पुनः यही काम करना शुरू कर दिया। इसके लिये उसने Go Daddy एवं Big Rock पर बेबसाइट बनायी। जिनमें से कुछ डोमेन bhsedelhi.org, bhsenewdelhi.org, bhsedelhiboard.net, technoglobaluniversitymp.org, dsosresults.co.in, riosupresults.org, bujhanshiresults.org, bssbpatnaresults.co.in, himalayanuniversityresults.com, hsebdelhi.org है। इन बेवसाइट पर कूटरचित मार्कशीट का रिजल्ट भी अपलोड कर देता था, जिससे लोग बेबसाइट पर रोल नंबर डालकर रिजल्ट ऑनलाइन चेक करते थे जो वह दस्तावेज (शिक्षा बोर्ड / यूनिर्वसिटी) असली प्रतीत होता था। फर्जी मार्कशीट के आधार पर लोग विभिन्न संस्थानों में नौकरी पा जाते है तो उनका ऑनलाइन / ऑफलाइन वेरीफिकेशन भी कर देता था। फर्जी मार्कशीट व अन्य प्रपत्र आदि बनवाने के लिये 15 से 20 हजार लेता था। जिसे सभी लोग आपस में बांट लेते थे। लोगों को फर्जी दस्तावेज कोरियर के माध्यम से भेजता था। लखनऊ में अब तक लगभग 2 हजार से अधिक विभिन्न प्रकार के फर्जी दस्तावेज तैयार कर चुका है। अभियुक्त कृष्ण कुमार श्रीवास्तव उपरोक्त ने बताया कि वह भी फर्जी मार्कशीट के प्रकरण में वर्ष 2009 में थाना विकास नगर से जेल जा चुका है। उसके विरूद्ध धोखाधड़ी एवं गैंगस्टर एक्ट के 02 मुकदमें है।

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गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना पारा, जनपद लखनऊ में पंजीकृत मु०अ०सं० 216/2025 धारा 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340 (2) एवं 3 (5) बीएनएस एवं धारा 66 डी आई०टी० एक्ट में दाखिल किया गया है। अग्रिम वैधानिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।

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