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2025 को बनाएं रोगमुक्त: सेहतमंद जीवन का संकल्प लें

2025 को बनाएं रोगमुक्त: सेहतमंद जीवन का संकल्प लें
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नया साल शुरू होते ही हम सभी बेहतर जीवनशैली अपनाने की सोचते हैं। 2025 को रोगमुक्त और सेहतमंद बनाने का संकल्प लें। यह वादा करें कि आप खुद और अपने परिवार की सेहत का ध्यान रखेंगे। ऐसा करने के लिए अपनी दिनचर्या में दो विशेष योगासनों को शामिल करें जो आपको शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखेंगे।

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योग: सेहत का सबसे प्रभावी और प्राकृतिक उपाय


योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि स्वस्थ और निरोगी जीवन का एक बेहतरीन तरीका है। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक संतुलन को भी बनाए रखता है। रोजाना कुछ मिनट योगाभ्यास करने से आपको लंबे समय तक इसके सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।

हालांकि, कई लोग समय की कमी के कारण नियमित योग नहीं कर पाते। ऐसे में अगर आप हर दिन केवल दो योगासन भी करते हैं, तो इससे बीमारियों से बचाव और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।

सूर्य नमस्कार: पूरे शरीर के लिए एक प्रभावशाली योगासन


सूर्य नमस्कार 12 आसनों का एक सेट है, जो पूरे शरीर की स्ट्रेचिंग करता है और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। यह योगासन आपके शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाता है और निम्नलिखित लाभ प्रदान करता है:

रक्त संचार में सुधार: बेहतर रक्त प्रवाह से इम्यूनिटी मजबूत होती है।
पाचन तंत्र मजबूत: यह आपके पाचन को सुधारने में मदद करता है।
वजन नियंत्रण: नियमित सूर्य नमस्कार करने से वजन प्रबंधन आसान होता है।
मानसिक शांति: यह तनाव को कम करने में सहायक है।

कैसे करें सूर्य नमस्कार?


शुरुआत में 5-7 चक्र करें और धीरे-धीरे इसे 12 चक्र तक बढ़ाएं। सुबह खाली पेट सूर्य नमस्कार करना सबसे अच्छा होता है।

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भुजंगासन: रीढ़ की हड्डी और फेफड़ों के लिए लाभकारी
भुजंगासन का अभ्यास रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और पीठ दर्द में राहत देता है। यह योगासन शरीर के भीतर के अंगों को मजबूती प्रदान करता है और कई स्वास्थ्य लाभ देता है:

श्वसन तंत्र मजबूत: यह फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है।
पाचन में सुधार: पेट के अंगों की मालिश करके पाचन शक्ति बढ़ाता है।
तनाव और थकान में राहत: भुजंगासन मानसिक सुकून भी देता है।

कैसे करें भुजंगासन?


पेट के बल लेटें और दोनों हाथों को कंधों के नीचे रखें।
सांस लेते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर उठाएं।
गर्दन को ऊपर की ओर ले जाएं और इस मुद्रा में 20-30 सेकंड तक रहें।
धीरे-धीरे वापस मूल स्थिति में आ जाएं।
नोट: योग विशेषज्ञ की सलाह लें
यह लेख योग गुरु के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। आसनों को सही तरीके से करने के लिए किसी विशेषज्ञ की मदद लें। गलत मुद्रा स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है।

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