वाराणसी में चार दिवसीय किसान मेला एवं सम्मेलन: छत्रपति शिवाजी व स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती पर विशेष आयोजन

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वाराणसी में मराठा सेवा संघ और किसान संघर्ष समिति के संयुक्त तत्वावधान में 19 फरवरी से 22 फरवरी 2025 तक छत्रपति शिवाजी महाराज और संगठित किसान आंदोलन के जनक स्वामी सहजानंद सरस्वती की जयंती पर राष्ट्रीय स्तर का चार दिवसीय किसान मेला एवं सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर दोनों महापुरुषों की गौरवगाथा, उनके आदर्शों और किसानों की समस्याओं पर केंद्रित विविध कार्यक्रम आयोजित होंगे।

दो महान विभूतियों को समर्पित आयोजन
मराठा सेवा संघ के राष्ट्रीय संरक्षक अविनाश काकड़े ने बताया कि यह कार्यक्रम दोनों महापुरुषों के आदर्शों और मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में छत्रपति शिवाजी और स्वामी सहजानंद सरस्वती के गौरवशाली इतिहास पर परिचर्चा होगी। इसके अलावा, किसानों के उत्थान, उनकी समस्याओं के समाधान, और किसानी के सम्मान को बढ़ाने के लिए गंभीर मंथन किया जाएगा।

चार दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा
चार दिवसीय इस आयोजन में भारत के विभिन्न किसान संगठनों और प्रगतिशील किसानों के साथ विचार-विमर्श, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और अनुकरणीय कार्यों पर चर्चा होगी। राष्ट्रीय किसान मेला किसानों की उन्नति और कृषि क्षेत्र की चुनौतियों को दूर करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इसमें कृषि प्रधान देश की किसानी को समृद्ध करने की वृहद योजना तैयार की जाएगी।

रणनीति बैठक में बनी सहमति
17 दिसंबर 2024 को वाराणसी के राजातालाब में पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटेल की अध्यक्षता में एक बैठक हुई, जिसमें कार्यक्रम की रूपरेखा और उसकी सफलता के लिए रणनीति तैयार की गई। बैठक में मराठा सेवा संघ के राष्ट्रीय संरक्षक अविनाश काकड़े, किसान नेता विनय शंकर राय “मुन्ना”, विजय नारायण वर्मा, अमलेश पटेल, मेवा पटेल, प्रेम शाह, और कई किसान नेता एवं प्रगतिशील किसान उपस्थित थे।

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देशभर से सहभागिता की उम्मीद
इस आयोजन में वाराणसी सहित पूरे भारत से छत्रपति शिवाजी महाराज और स्वामी सहजानंद सरस्वती के अनुयायी, किसान संगठन के प्रतिनिधि, और प्रगतिशील किसान हिस्सा लेंगे। आयोजन का मुख्य उद्देश्य किसानों के उत्थान के साथ-साथ उनकी समस्याओं का समाधान खोजने और कृषि के प्रति नई सोच को बढ़ावा देना है।