वाराणसी-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में सोमवार को वर्ल्ड बैंक की टीम ने भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य उप्र में मिर्च के उत्पादन, प्रसंस्करण एवं निर्यात की संभावनाओं का पता करना था। भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान निदेशक डॉ. नागेन्द्र राय के मार्गदर्शन में हुई बैठक में विश्व बैंक के प्रतिनिधि तन्वी खंडेलवाल एवं ऋषिका राठी संग परियोजना समन्वयक डॉ. राजेश कुमार, विभागाध्यक्ष डॉ. अनंत बहादुर, डॉ. अरविंद नाथ सिंह, प्रधान वैज्ञानिक डॉ. नीरज सिंह, कृषि उपनिदेशक अखिलेश कुमार, जिला उद्यान निरीक्षक ज्योति कुमार संग संस्थान के अन्य वैज्ञानिक उपस्थित थे। संस्थान की एबीआई इकाई द्वारा मिर्च और मटर के माध्यम से उत्पादकता एवम उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए, उत्पादन एवम निर्यात से उद्यमशीलता की क्षमता विकसित करना और उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित करने के उदेश्य से संगोष्ठी
भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान में वर्ल्ड बैंक की टीम का भ्रमण
हुई। चचर्चा दौरान मिर्च व मटर से संबंधित उत्पादन संबंधित लागत, बाजार समस्या एवम कृषकों की आवश्यकता के उपर बात हुई। संगोष्ठी में डॉ. इन्दीवर प्रसाद ने मिर्च के निर्यात संबंधित मानकों के उपर एक प्रस्तुति दी। डॉ. ज्योति ने मटर की इस क्षेत्र की अग्रणी प्रजातियां जैसे काशी उदय, काशी मुक्ति, काशी अगती, काशी नंदिनी, काशी पूर्वी एवं काशी तृप्ति प्रजातियों पर जानकारी दी। संचालन डॉ इन्दीवर प्रसाद ने तथा धन्यवाद ज्ञापन एबीआई इकाई के अध्यक्ष डॉ. सुदर्शन मौर्य प्रधान वैज्ञानिक ने दिया।