उत्तर प्रदेश ने पिछले आठ वर्षों में शिक्षा के साथ सभी क्षेत्रों में बहुत कुछ प्राप्त किया है: वित्त मंत्री

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2017 के बाद पठन-पाठन का माहौल में बड़े स्तर पर सुधार हुआ है। सभी 132852 विद्यालयों में 19 पैरामीटर पर 97% विद्यालयों का कायाकल्प किया गया है: प्रभारी मंत्री

पिछले आठ वर्षों में हमारी प्रति व्यक्ति आय दोगुना बढ़ी है जो लगभग 50000 से बढ़कर 93514 रुपये हुई है तथा जल्द ही हम इसको 120000 तक ले जाएंगे: वित्त मंत्री

बेसिक शिक्षा विभाग, वाराणसी ने शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योजनाओं और पहलों को लागू किया है जो हमारे बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है: सुरेश खन्ना

वाराणसी। माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर कमलों से बेसिक शिक्षा विभाग के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का शुभारंभ तथा लोकार्पण किया गया जिसका सजीव प्रसारण सर्किट हाउस सभागार में किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री वित्त एवं संसदीय कार्य तथा जिले के प्रभारी मंत्री माननीय सुरेश खन्ना उपस्थित रहे।

माननीय मंत्री सुरेश खन्ना द्वारा सर्किट हाउस कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा की लगातार उनके रचनात्मक सोच, विकास के पहिये को घुमाने के लिए लगातार उनके कॉन्स्टेंट अप्रोच, कानून की सख्ती तथा उत्तर प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार चारों दिशाओं में प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2017 के बाद से पठन-पाठन का माहौल बेहतर हुआ है। आज के परिदृश्य में सभी 132852 विद्यालयों में 19 पैरामीटर पर 97% विद्यालयों का कायाकल्प किया गया है। आजादी के समय से आज शैक्षिक प्रतिशत तेजी से बढ़ा है। उत्तर प्रदेश ने पिछले आठ वर्षों में बहुत कुछ प्राप्त किया है। उन्होंने शिक्षकों से लगातार अपने को अपडेट रखने को कहा गया ताकि बच्चों को वो जानकरी मुहैय्या करा सकें। उन्होंने मैकाले शिक्षा पद्धति को भी आड़े हाथों लिया जिसने पीढ़ियों का नुकसान किया। उन्होंने नयी शिक्षा पद्धति को सामने रखते हुए उससे भविष्य में होने वाले लाभों को सामने रखा गया।

उन्होंने बताया कि 1980 में चीन की प्रति व्यक्ति आय थी 307 डॉलर थी जबकि भारत की प्रति व्यक्ति आय 580 ड़ॉलर थी। 1980 से 2014 के बीच के 34 वर्षों में चीन हमसे आगे निकल गया लेकिन 2014 से अब तक पिछले दस वर्षों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमने 93% तरक्की की है जबकि चीन ने केवल 78% तरक्की की। उन्होंने कहा कि नेतृत्व अच्छे हाथों में होने से हमने ये छलांग लगायी है। आज हम विश्व की चौथी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। प्रदेश की उपलब्धियों के संदर्भ में बोलते हुए उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में हमारी प्रति व्यक्ति आय दोगुना बढ़ी है जो लगभग 50000 से बढ़कर 93514 रुपये हुई है तथा जल्द ही हम इसको 120000 तक ले जाएंगे। नीति आयोग ने हमारी प्रगति जीएसडीपी को 31लाख करोड़ से अधिक का आकलन किया है। हमारे पास सक्षम, शक्तिशाली नेतृत्व है, उन्होंने सभी से देश/प्रदेश की प्रगति में अपना योगदान देना सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

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मा0 कैबिनेट मंत्री श्री सुरेश खन्ना जी वित्त, संसदीय कार्य के कर कमलों से बेसिक शिक्षा विभाग के
महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का शुभारम्भ सर्किट हाउस में किया गया जिसमें उन्होंने 05 शिक्षकों को टैबलेट का वितरण, 05 विद्यालयों को आई०सी०टी लैब स्थापना प्रमाण पत्र एवं सामग्री वितरण, 05 विद्यालयों को स्मार्ट क्लास स्थापना प्रमाण पत्र एवं सामग्री वितरण, 02 पी०एम० श्री विद्यालयों को डिजिटल लाइबेरी प्रमाण पत्र एवं सामग्री वितरण, कक्षा-01, 02 एवं 03 के 05 छात्रा/छात्राओं को पुस्तक / स्कूल बैग/ पानी की बोतल, स्टेशनरी का वितरण समेत 02 निपुण विकास खण्ड के खण्ड शिक्षा अधिकारी का सम्मान किया गया।

उन्होंने जनपद वाराणसी में बेसिक शिक्षा विभाग में हो रहे उल्लेखनीय कार्यों और उपलब्धियों को भी रेखांकित किया। उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग, वाराणसी के सभी अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों और सहयोगियों को उनकी अथक मेहनत और समर्पण के लिए धन्यवाद दिया। आप सभी के प्रयासों से वाराणसी की शिक्षा व्यवस्था न केवल सुदृढ़ हुई है, बल्कि यह एक मॉडल के रूप में उभर रही है। बेसिक शिक्षा विभाग, वाराणसी ने शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योजनाओं और पहलों को लागू किया है जो हमारे बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। इनमें से कुछ प्रमुख पहलों का उल्लेख-

निपुण भारत मिशन

निपुण भारत मिशन के अंतर्गत हमारा लक्ष्य प्रत्येक बच्चे को प्रारंभिक स्तर पर पढने, लिखने और गणित की बुनियादी समझ विकसित करने में सक्षम बनाना है। वाराणसी में इस मिशन के तहत शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया है और बच्चों को रुचिकर शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। वर्ष 2024-25 में जनपद के 840 विद्यालयों का डी०एल०एड० प्रशिक्षुओं के माधयम से थर्ड पार्टी आकलन कराया गया जिसमें 693 विद्यालय निपुण पाये गये। विकास खण्ड पिण्डरा के 100 प्रतिशत तथा सेवापुरी के 89.59 प्रतिशत बच्चे निपुण पाये गये। जिसके लिये उन्होंने खण्ड शिक्षा अधिकारी को सम्मानित भी किया।

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कायाकल्प 19 पैरामीटर

मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालय योजना के अन्तर्गत कम्पोजिट विद्यालय हरहुआ मे रूपये 1.31 करोड़ की लागत से स्थापना की जा रही है। इस विद्यालय में आई०सी०टी० लैब, विज्ञान लैब, भाषा लैब, गणित लैब, तथा बैडमिन्टन कोर्ट, बालीबाल कोर्ट आदि की स्थापना की जा रही है। कायाकल्प योजना के 19 पैरामीटर्स के तहत स्कूलों का आधारभूत ढांचा सुदृढ़ किया जा रहा है। स्वच्छ पेयजल, शौचालय, रैंप, बिजली, फर्नीचर, और शिक्षण सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। वाराणसी के स्कूल अब न केवल पढ़ाई के लिए, बल्कि बच्चों के समग्र विकास के लिए एक आदर्श वातावरण प्रदान कर रहे हैं।

बालिका शिक्षा को बढ़ावा

जनपद में 2 नये कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय उच्चीकृत कक्षा 9 से 12 की स्थापना आवासीय एवं अकादमिक ब्लाक सहित की जा रही है जिसका शिलान्यास मा० प्रधानमंत्री जी द्वारा किया गया है। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के माध्यम से हमने बालिकाओं को न केवल शिक्षा, बल्कि आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता प्रदान करने का कार्य किया है। इन विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, आवास, और अन्य सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं।

स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी का लोकार्पण

आज का यह समारोह विशेष रूप से स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी के लोकार्पण के लिए आयोजित किया गया है। मुझे यह घोषणा करते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि वाराणसी के समस्त 1145 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट टी.वी. अथवा स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यह एक ऐतिहासिक कदम है, जो हमारे बच्चों को आधुनिक तकनीक से जोड़कर उनकी शिक्षा को और अधिक रोचक और प्रभावी बनाएगा। 186 स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी का लाकार्पण निम्नानुसार किया जा रहा है।

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उक्त के अतिरिक्त जनपद के जनपद के 13 पी०एम० श्री विद्यालयों में डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की जा रही हैं जिसमें प्रत्येक विद्यालय को 12 कम्प्यूटर सेट की सुविधा प्राप्त होगी। जबकि आई०सी०टी० लैब में स्मार्ट पैनल के साथ 2 अथवा 4 अथवा 7 कम्प्यूटर नामांकन के आधार पर व्यवस्था की जा रही है। वर्ष 2022-23 में जनपद के 132 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की स्थापना की जा चुकी है। वर्तमान में 186 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना कर रहे हैं। स्मार्ट क्लास के माध्यम से बच्चों को सामग्री के जरिए शिक्षा प्रदान की जा रही है, जो उनकी समझ को गहरा और रुचिकर बनाती है। डिजिटल लाइब्रेरी बच्चों को ज्ञान के नए संसार से जोड़ रही है, जहाँ वे किताबों, वीडियो, और अन्य डिजिटल संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं।

शिक्षा में तकनीक का महत्व

आज का युग डिजिटल युग है। बच्चों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है तो हमें उन्हें आधुनिक तकनीक से जोड़ना होगा। स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ये सुविधाएँ न केवल शिक्षण को रोचक बनाती हैं, बल्कि बच्चों में रचनात्मकता, तार्किक चिंतन और समस्या – समाधान की क्षमता को भी विकसित करती है।

पिंडरा विधायक डॉ अवधेश सिंह द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिये वित्त मंत्री के प्रति आभार जताया गया।

इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार द्वारा मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ तथा पौधा देकर स्वागत किया गया।

कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल द्वारा दिया गया। उन्होंने मुख्य अतिथि द्वारा लगातार जिले को मार्गदर्शन देने के लिये भी धन्यवाद दिया तथा उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा।

कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पूनम मौर्य, महापौर अशोक तिवारी, सदस्य विधान परिषद हंसराज विश्वकर्मा, राय धर्मेंद्र सिंह, विधायक डॉ अवधेश सिंह, त्रिभुवन राम, डॉ सुनिल पटेल, सौरभ श्रीवास्तव, बेसिक शिक्षा विभाग के विभिन्न अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे।