वाराणसी के केराकतपुर में बच्चों को नि:शुल्क हैंडबॉल ट्रेनिंग की सुविधा देने के लिए एस.एन. पांडेय हैंडबॉल एकेडमी का शुभारंभ किया गया है। यह उत्तर प्रदेश की पहली पंजीकृत हैंडबॉल एकेडमी है, जहां खिलाड़ियों को खेल संबंधी ट्रेनिंग के साथ-साथ नि:शुल्क भोजन, किट, और जूते भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इस एकेडमी का उद्देश्य है कि स्थानीय बच्चों को उच्च स्तर की ट्रेनिंग प्रदान की जाए और उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिले।
पंजीकरण की प्रक्रिया और चयनित आयु समूह
उत्तर प्रदेश हैंडबॉल संघ के आयोजन सचिव अमित पांडेय ने वाराणसी में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि एकेडमी में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। फिलहाल, 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को इसमें प्रवेश दिया जा रहा है। इन बच्चों को खास ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि उन्हें सीनियर स्तर तक खेलने के लिए तैयार किया जा सके। केराकतपुर स्थित एकेडमी में उन्हें विभिन्न तकनीकी और शारीरिक प्रशिक्षण दिए जाएंगे, जिससे उनकी खेल प्रतिभा में सुधार हो और वे भविष्य में बड़े टूर्नामेंट्स में हिस्सा ले सकें।
खिलाड़ियों को मिलेगा पूरा सपोर्ट
इस एकेडमी के अंतर्गत खिलाड़ियों को सिर्फ शारीरिक प्रशिक्षण ही नहीं, बल्कि मानसिक और सामरिक दृष्टिकोण से भी तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही, खिलाड़ी अपनी फिटनेस और स्टेमिना को बढ़ाने के लिए आवश्यक तकनीकी सलाह भी प्राप्त करेंगे। अमित पांडेय ने कहा कि सिगरा स्टेडियम में खिलाड़ियों को पहले प्रशिक्षण दिया जाता था, लेकिन अब निर्माण कार्य के चलते वहां प्रैक्टिस संभव नहीं है। इसके मद्देनज़र केराकतपुर में इस नई एकेडमी में खिलाड़ियों को पूर्ण सुविधा के साथ ट्रेनिंग दी जाएगी।
फर्जी खेल संगठनों से बचने की सलाह
अमित पांडेय ने खिलाड़ियों और उनके अभिभावकों को फर्जी खेल संगठनों से बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि कई फर्जी संगठन प्रतियोगिताओं का आयोजन करते हैं और गलत प्रमाणपत्र प्रदान करते हैं, जो सरकारी मान्यता प्राप्त नहीं होते। खिलाड़ियों को हमेशा प्रमाणिक संघों द्वारा आयोजित टूर्नामेंट्स में ही भाग लेना चाहिए, ताकि उनकी कड़ी मेहनत को उचित पहचान मिल सके। संघ द्वारा जारी प्रमाणपत्र सरकारी संस्थाओं में मान्य होते हैं, जिससे खिलाड़ियों के भविष्य में सरकारी नौकरियों और अन्य अवसरों में लाभ प्राप्त हो सके।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भागीदारी
अमित पांडेय ने भारत में हैंडबॉल खेल की उपलब्धियों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारतीय हैंडबॉल टीम ने पिछले कुछ वर्षों में शानदार प्रदर्शन किया है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पैरालंपिक, वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसी प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया है। भारत की हैंडबॉल टीम ने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई है, और इसका श्रेय खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और सही ट्रेनिंग को जाता है।
सरकारी नौकरी में लाभ के अवसर
हैंडबॉल खेल में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी में भी अवसर मिलते हैं। सरकार द्वारा जारी किए गए नियमों के अनुसार, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को खेल कोटे के तहत सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दी जाती है। ऐसे में हैंडबॉल जैसे खेलों में रुचि रखने वाले बच्चों के लिए यह एक बेहतरीन करियर का विकल्प हो सकता है।
निष्कर्ष
एस.एन. पांडेय हैंडबॉल एकेडमी का यह कदम न सिर्फ बच्चों को बेहतर ट्रेनिंग देने की दिशा में है, बल्कि उन्हें एक सुरक्षित और सुनहरे करियर की राह दिखाने का प्रयास भी है। वाराणसी जैसे शहर में इस तरह की एकेडमी की शुरुआत से हैंडबॉल खेल को नया प्रोत्साहन मिलेगा, और बच्चों के पास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने का अवसर होगा।