लखनऊ
देश मे नागरिकता संशोधन क़ानून लागू होने के बाद UP DGP का बयान
UP DGP प्रशांत कुमार ने जारी किया अपना बयान
फील्ड के सभी अधिकारियो को सेंसीटाइज़ कर दिया गया था – DGP
सभी स्टेक होल्डर जैसे धार्मिक नेता,पीस कमिटी के मेंबर,डिजिटल वालंटियर्स व सिविल डिफेंस से अफसरों से वार्ता चल रही थी — DGP
CAA एक ऐसा रूल है जिससे किसी की नागरिकता जानी नहीं है – DGP
ये एक लेवललिंग प्रोविशन है जिससे किसी को नागरिकता दी जायेगी,वो लोग जो पडोसी देशो से धार्मिक कारणों से परेशान होकर यहाँ आये है- DGP
उनकी संख्या भी कम है और इसका व्यापक असर भी दिख रहा है की सभी धार्मिक लोगो ने अपना पॉजिटिव रिस्पांस भी दिया है- DGP
कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए ऐतियात बरत रहे है- DGP
179 कंपनी PAC, 100 कंपनी सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स, CCTV,ड् रोन का इस्तेमाल कर रहे है- DGP
संवेदनशील जगहों पर निगरानी बनाये हुए है – DGP
सेक्टर स्कीम के तहत सभी अफसर भ्रमणशील है, अभी तक कही से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं आयी है- DGP
फील्ड मे तैनात हमारे शशक्त अफसर और मजिस्ट्रेट की टीम इस प्रकरण को लोगो के साथ मिल-बैठकर सुलझा लेंगे, आने वाले समय मे कानून-व्यवस्था में बाधा उत्पन्न नहीं होने दी जाएगी – DGP
पूर्व मे हुई हिंसा और बवाल वाली जगहों पर फ़ोर्स तैनात की जा चुकी है- DGP
उपद्रव करने और अफवाह फैलाने वालो पर हम नज़र बनाये हुए है, गड़बड़ी करने वालो पर सख्त कार्यवाई की जाएगी- DGP
सोशल मीडिया के ज़रिये भी नज़र रखी जा रही है- DGP