वाराणसी। एटीएस से पैसा निकलने के मामले में अंतर्राज्यीय गिरोह के दो आरोपियों को कोर्ट से राहत मिल गयी। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (सप्तम) अजय कुमार की अदालत ने थाना इन्द्रपुरम, जिला गाजियाबाद निवासी आरोपी धर्मेन्द्र कुमार व प्रिंस को 75-75 हजार रुपये की दो जमानते एवं व्यक्तिगत बन्धपत्र देने पर रिहा करने का आदेश दिया। अदालत में बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता वरूण प्रताप सिंह व अंकिता सिंह ने पक्ष रखा।
अभियोजन पक्ष के अनुसार हुकुलगंज निवासी वादी आयुष यादव ने लालपुर- पांडेयपुर थाने पर प्राथमिकी दर्ज करायी थी। आरोप था कि वह 18 सितम्बर 2023 को घनश्याम सिंह P.G कालेज में LLB की परीक्षा देने गया था। परीक्षा समापन के बाद समय लगभग 5 बजे जब वल अपनी 4 व्हीलर गाड़ीपर पहुंचा तो देखा की गाडी के बाये तरफ का शीशा तोड़कर उसमे रखा पर्स जिसमे 17 हजार रुपये था वह पर्स सहित गायब था। आस-पास में खोजबीन कर रहा था तभी मेरे मित्र अंकित गुप्ता मिले जो उसी कालेज में LLB का परीक्षा दे रहे थे, उन्होने भी बाताया की मेरी भी 4 व्हीलर गाड़ी कालेज परिसर के पार्किंग में खड़ी थी और मेरा भी पर्स में से 12 हजार और पीछे रखे बैग में से 7 हजार और उसी बैंक में रखा HDFC का ATM और PNB Bank का ATM तथा Pan Card एवं मेरे IPhone में लगा jio का Sim Mobile no. 7311125050 चुरा लिया गया। बाद मे जब मेरे दोस्त अंकित का sim चोरी होने का पता चला तो उसने online चेक करने पर पता चला की HDFC Bank का जो ATM भी चोरी हुआ था जिसके खाते में से भी Online 1199 0 2. 10000 (दस हजार) 3. 4000 (चार हजार) टोटल 14199.00 भी निकाल लिया गया था।
तीन दर्जन से ज्यादा है देशभर में मुकदमे
बताते चले कि इन दोनों के खिलाफ़ देशभर में करीब 37-38 मुकदमे दर्ज है। इनलोगों के गैंग द्वारा लगभग 1 हजार लोगों को शिकार बनाकर 1 करोड़ लोगों की ठगी की। इनलोगों को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया था। इनके पास से एटीएम कार्ड, मोबाईल महंगे महंगे सामान व भारी मात्रा में कैस की बरामदगी हुई थी।