सुल्तानपुर।खबर सुल्तानपुर से हैं जहां गुरुवार देर शाम कोतवाली नगर के चुन्हा के पास तीन किशोर गोमती नदी में डूब गए। साथियों की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। इसके बाद स्थानीय गोताखोरों को रेस्क्यू के लिए लगाया गया।बताया जा रहा है कि कोतवाली नगर के पांचोपीरन कस्बा निवासी फरहान (12)वर्ष पुत्र झब्बू, आबिद (13)वर्ष पुत्र रुखसार व हसनैन (13)वर्ष पुत्र इफ्तिखार अपने तीन अन्य साथियों के साथ कोतवाली नगर के बलुआ कस्बा के पास गुरुवार देर शाम घाट पर नहाने पहुंचे थे। एकाएक पानी के तेज बहाव से तीनों डूबने लगे तो अन्य साथी नदी से निकलकर बाहर आए और बचाव के लिए गुहार लगाया। बच्चों की चीख पुकार सुनकर स्थानीय लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे। लेकिन तेज लहरों में फंस कर किशोर काफी आगे निकल चुके थे।वहीं इसके बाद गोमती नदी पर स्थानीय गोताखोरों को लगाया गया। गोताखोरों ने काफी तलाश की लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका। वही अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू में अब काफी समस्या आ रही थी। बताया जा रहा है कि रेस्क्यू के लिए अब एसडीआरएफ की टीम बुलाई जा गई है। इस बाबत नगर कोतवाल श्रीराम पाण्डेय ने बताया कि लगातार किशोरों को बाहर निकालने के लिए प्रयास किया जा रहा है। लेकिन अभी सफलता नहीं मिल सकी है।
सुल्तानपुर में बीती देर शाम गोमती नदी में डूबे तीनों बच्चों के शव बरामद हो गए हैं।
दो शवों को जहां आज सुबह स्थानीय गोताखोरों ने ढूंढ निकाला था, तो वहीं एसडीआरएफ ने तीसरे बच्चे का शव बरामद कर लिया है। तीन तीन मौतों के बाद परिवार में जहां कोहराम मचा हुआ है तो वहीं पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।
दरअसल ये मामला है नगर कोतवाली के वल्लीपुर गांव का,जहां गुरुवार की देर शाम पांचोंपीरन कस्बा गांव के रहने वाले फरहान, शहनवाज, रेहान जयसिंहपुर कोतवाली के गणेशपुर कैथोली गांव का रहने वाला आबिद घर से खेलने के लिए निकले। खेलते खेलते ये सभी गोमती नदी के किनारे पहुंचे और कपड़ा उतार कर गोमती नदी में नहाने लगे। इसी दौरान ये सभी बच्चे नदी में डूबने लगे। इस दौरान डूब रहा रेहान किसी तरह बच गया और नदी से बाहर निकल गया और बाकी तीनों बच्चे नदी में डूब गए। आनन फानन में रेहान घर पहुंचा और उसने इसकी जानकारी परिवार वालों को दी। बच्चों के डूबने की जानकारी लगते ही परिवार में कोहराम मच गया। रात तक चले सर्च ऑपरेशन में बच्चों का पता नही चल सका। वहीं आज सुबह स्थानीय गोताखोरों ने दोबारा ढूढना शुरू किया तो गोमती नदी रेलवे ब्रिज के पास शाहनवाज और फरहान का शव बरामद हो गया था जबकि तीसरे मासूम की तलाश जारी थी। वहीं जिला प्रशासन के अनुरोध पर पहुंची एसडीआरएफ ने तीसरी की तलाश शुरू की तो लगभग करीब 11,12 बजे आबिद का भी शव बरामद हो गया। तीन तीन मासूमों की मौतों से जहां परिवार में कोहराम मचा हुआ है तो वहीं पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।
सुल्तानपुर से सन्तोष पाण्डेय की रिपोर्ट!