गंगा दशहरा पर मां गंगा को चढ़ेगी 1100 मीटर लंबी चुनरी, लगेगा 56 भोग, होगी विशेष पूजा

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वाराणसी। गंगा दशहरा के पावन पर्व पर पंच महायोग का संयोग बन रहा है। इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु काशी में गंगा में डुबकी लगाकर मां गंगा का पूजन करेंगे और 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग अर्पित करेंगे। साथ ही, मां गंगा को 1100 मीटर लंबी चुनरी चढ़ाई जाएगी।

मान्यता है कि ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष गंगा दशहरा के दिन भगवान शंकर की जटा से निकलकर वृषभ लग्न में मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थीं। इस दिन गंगा स्नान और पूजन से कोटि पुण्य का फल मिलता है। इसलिए काशी में मां गंगा के पूजन की विशेष तैयारी की गई है।

काशी के सभी घाटों पर गंगा का षोडशोपचार पूजन होगा। खासकर दशाश्वमेध, अस्सी और पंचगंगा घाट पर विशेष पूजन किया जाएगा। श्रद्धालु भोर में ही गंगा स्नान और पूजन करेंगे। विभिन्न संस्थाओं द्वारा भी पूजन-अर्चन और विविध आयोजन किए जाएंगे। गंगोत्री सेवा समिति और गंगा सेवा निधि की ओर से शाम को दशाश्वमेध घाट पर वैदिक रीति से पूजन और विराट आरती का आयोजन होगा। इसमें 51 रिद्धि-सिद्धि और भजन संध्या भी शामिल होगी।

ब्रह्मराष्ट्र एकम संस्था की ओर से अस्सी घाट पर 1100 मीटर लंबी चुनरी चढ़ाई जाएगी, जो गंगा जी के प्रति श्रद्धा और आस्था का प्रतीक होगी। इस पर्व पर गंगा के पूजन-अर्चन का विशेष महत्व होता है, जो पुण्य और मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है।

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