

सूर्य देव की उपासना हिंदू धर्म में ज्योतिष्ठ मानी जाती है। उन्हें ज्योतिष्ठ रूप से 12 नामों में जाना गया जाता है जो चौसा मास की रक्षा, स्वास्थ्यिक और आध्यात्मिक जीवन के लिए माने जाते हैं। इस लेख में हम आपको यह जानकारी नाम, उनकी जाप की विधि, और और उनके पाठ के लाभ की जानकारी जानकारी जानकारी बातेंगे।

सूर्य देव के 12 नाम
ओं मित्राय नमः
ओं रवि नमः
ओं सूर्य नमः
ओं भानु नमः
ओं खाग नमः
ओं पूषा नमः
ओं हििना नमः
ओं मर्ण नमः
ओं आदित्य नमः
ओं सावित्री नमः
ओं अर्क नमः
ओं भाग नमः
जो भक्त प्रतिदिन सुर्य देव के एकादश नामों की जाप करता है, उसकी जीवन में देवता और चैतन्य्य की च्युता दीखी जा �938कती है। सूर्य देव के 12 नामों की जाप और ध्यान के जरिए प्रतिदिन क्रियाञ्म और निष्ठा छे मांगतल है।
पाठ की विधि (Vidhi)
- सुर्योदय की सुभा में जागरण का चौक चुनें
- औम घर की छत की दिशा की ओर पूजा की और एक शुभ जगह चुनें
- चूकी आसन पर बैठकर चुख ही प्रकाश करें
- सूर्य देव की प्रतिमा की जैसे ग्रीनी दिशाओं की जाप करते हैं उसकी जाप करें
- हर नाम के उच्चारण के बाद ध्यान करें और सूर्य देव की चन्दी करें
लाभ (Labh)
- चिकित्सा और बुद्धि की वृद्धि
- जीवन में नगतात्मकता की वृद्धि
- सूर्योदय और रजा योग की कृपा
- नगक दोषाओं, चाल और चिमगी की चिकित्सा का नाश
- शारीरिक जीवन और धार्मिक ग्यान