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साफ-सफाई तथा डोर टू डोर कूड़ा उठान में लापरवाही पर सख्ती

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मंडलायुक्त ने नगर आयुक्त को सफाईकर्मियों को निलंबित करते हुए सफाई सुपरवाईजर, सफाई निरीक्षक तथा डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने वाली एजेंसी के खिलाफ अनुशासनिक दण्डात्मक कार्यवाही करने को निर्देशित किया गया

वाराणसी। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा द्वारा लगातार शहर की साफ-सफाई तथा कूड़ा उठान पर नगर निगम को निर्देशित करते हुए बैठकें की जा रही हैं तथा इस दिशा में जोन स्तरीय अधिकारियों को ज़्यादा जिम्मेदारी निभाने हेतु निर्देशित किया गया है ताकि शहर को स्वच्छ रखा जा सके। उक्त क्रम में नगर निगम के वार्ड नं 28 सरायनंदन में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के बारे में प्राप्त शिकायत के सम्बन्ध में मंडलायुक्त द्वारा अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर), वाराणसी से जॉच करायी गयी जिसमें स्पष्ट हुआ कि सफाई निरीक्षक दिवाकर पाण्डेय तथा सफाई कर्मचारी श्रीमती मंजू पत्नी गंगा एवं श्रीमती शांति पत्नी शिव प्रसाद मौके पर उपस्थित नहीं मिले। शिकायत में उल्लिखित संतोष कुमार, सुपरवाइजर जिसको इस वार्ड में पुनः नियुक्त किया गया, इसके सम्बन्ध में भी प्रथमदृष्ट्या शिकायत सही पायी गयी। वार्ड के दोनों सफाई कर्मी अनुपस्थित पाये गये और वहाँ गंदगी व्याप्त पायी गई।

जांच में यह भी पाया गया की उपरोक्त क्षेत्र में प्रतिदिन सफाई करने वाले व डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने वाले लोग आते हुए नहीं पाये गये तथा सफाई सुपरवाइजर द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन सम्यक् तरीके से करना नहीं पाया गया। अंत में सफाई निरीक्षक के स्तर से भी प्रभावी पर्यवेक्षण का अभाव तथा वार्ड में साफ-सफाई का न होना है तथा साफ-सफाई कार्य के प्रति उदासीनता परिलक्षित हुई है।

मंडलायुक्त द्वारा विगत दिनों में कई बैठकें करके जोनल अधिकारी, अपर नगर आयुक्तगण तथा सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये गये थे कि ऐसी सभी शिथिलताएं समाप्त करवायें। सफाई कर्मियों की उपस्थिति तथा डोर-टू-डोर कूड़ा उठान तथा सफाई व्यवस्था दुरूस्त करायें, परन्तु पाया गया कि इन निर्देशों का गंभीरता से पालन नहीं किया गया।

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मंडलायुक्त द्वारा नगर आयुक्त को निर्देशित करते हुए उपरोक्त दोनों सफाई कर्मियों को निलम्बित कर सफाई सुपरवाईजर, सफाई निरीक्षक तथा डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने वाली एजेंसी के खिलाफ अनुशासनिक दण्डात्मक कार्यवाही कर एक सप्ताह में अनुपालन कराकर आख्या उपलब्ध कराने को निर्देशित किया गया।

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