साईं बाबा की आरती का महत्व हर भक्त के जीवन में एक अनमोल स्थान रखता है। यह आरती केवल एक धार्मिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि बाबा के प्रति अटूट श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है। साईं बाबा की आरती गाते हुए भक्त उनकी कृपा, मार्गदर्शन और शांति का अनुभव करते हैं। चाहे सुबह हो, दोपहर, शाम या रात, बाबा की आरती हर समय भक्तों के मन को शांत करती है और उनके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भरती है।
साई बाबा आरती
आरती श्री साई गुरुवर की ,
परमानन्द सदा सुरवर की ।
जाके कृपा विपुल सुख कारी ,
दुःख शोक संकट भ्ररहारी।।
शिर्डी में अवतार रचाया ,
चमत्कार से तत्व दिखाया।
कितने भक्त शरण में आए,
वे सुख़ शांति निरंतर पाए ।।
भाव धरे जो मन मैं जैसा ,
साई का अनुभव हो वैसा।
गुरु को उदी लगावे तन को ,
समाधान लाभत उस तन को।।
साईं नाम सदा जो गावे सो ,
फल जग में साश्वत पावे।
गुरुवार सदा करे पूजा सेवा ,
उस पर कृपा करत गुरु देवा।।
राम कृष्ण हनुमान रूप में दे ,
दर्शन जानत जो मन में।
विविध धरम के सेवक आते,
दर्शनकर इचित फल पाते।।
जय बोलो साई बाबा की ,
जय बोलो अवधूत गुरु की।
साई की आरती जो कोई गावे ,
घर में बसी सुख़ मंगल पावे ।।
अनंत कोटि ब्रह्मांड नायक ,
राजा धिराज योगी राज ,
जय जय जय साई बाबा की।।
साईं बाबा की आरती केवल भक्ति का माध्यम नहीं, बल्कि जीवन को सरल और संतोषपूर्ण बनाने का एक मार्ग भी है। इसे गाने से मन में शांति और आत्मविश्वास की अनुभूति होती है। आरती के माध्यम से हम बाबा की शरण में जाकर उनके आशीर्वाद और कृपा को अपने जीवन में अनुभव कर सकते हैं। आइए, अपने जीवन में इस आरती को अपनाकर साईं बाबा की अनंत कृपा का अनुभव करें।