पिछले साल सोने की कीमत में 23.5% की तेज़ी दर्ज की गई। 2024 के अंत तक सोने की कीमत 78,950 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई थी। जानकारों का मानना है कि यह बढ़त नए साल में भी जारी रहेगी। अनुमान है कि सोने का भाव 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है।
नए साल की शुरुआत में सोने-चांदी के भाव
2025 के पहले दिन सोने और चांदी के भाव में भी तेज़ी देखने को मिली। एमसीएक्स पर फरवरी डिलीवरी वाला सोना सुबह 11:30 बजे 125 रुपये की बढ़त के साथ 76,873 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। पिछले सत्र में यह 76,748 रुपये पर बंद हुआ था। शुरुआती कारोबार में सोने का उच्चतम स्तर 76,899 रुपये और न्यूनतम स्तर 76,660 रुपये रहा।
चांदी भी तेज़ी में रही और 181 रुपये की बढ़त के साथ 87,414 रुपये प्रति किलो पर ट्रेड कर रही थी। विशेषज्ञों का मानना है कि सुरक्षित निवेश के कारण सोने की कीमत नए साल में रिकॉर्ड ऊंचाई तक जा सकती है।
भू-राजनीतिक तनाव का असर
विशेषज्ञ बताते हैं कि भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते सोने का भाव इस साल भी बढ़ सकता है। घरेलू बाजार में यह 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंचने की संभावना है। वहीं, चांदी की कीमत भी 1.1 लाख रुपये से 1.25 लाख रुपये प्रति किलो तक जा सकती है।
हालांकि, भू-राजनीतिक संकट में कमी आने से रुपये में स्थिरता आएगी, जिससे सोने की कीमतों में कुछ नरमी देखने को मिल सकती है।
वैश्विक बाजार और सोने की कीमतों पर प्रभाव
पिछले साल वैश्विक स्तर पर कॉमेक्स सोना वायदा ने भी शानदार प्रदर्शन किया। यह वर्ष की शुरुआत 2,062 डॉलर प्रति औंस पर हुई और अक्टूबर में 2,790 डॉलर प्रति औंस के उच्चतम स्तर पर पहुंचा।
एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष जतिन त्रिवेदी का कहना है कि 2025 में सोने का आउटलुक सकारात्मक रहेगा। हालांकि, 2024 की तुलना में वृद्धि की गति धीमी हो सकती है।
कम ब्याज दरें और डॉलर का प्रभाव
कम ब्याज दरों की ओर वैश्विक बदलाव से सोने की कीमतों में बढ़त देखने को मिल सकती है। इससे बाजार में नगदी आएगी और अमेरिकी डॉलर कमजोर होगा। ऐसे में सोने की मांग और बढ़ सकती है।
सर्राफा बाजार में उतार-चढ़ाव
राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने की कीमत 79,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर से नीचे आ गई। 99.9% शुद्धता वाला सोना 550 रुपये घटकर 78,950 रुपये पर रहा।
वहीं, चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखी गई। यह 2,000 रुपये गिरकर 89,700 रुपये प्रति किलो पर आ गई। सोमवार को चांदी 91,700 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी।
निवेशकों के लिए सलाह
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने में निवेश करने का यह सही समय हो सकता है, खासकर अगर भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं बनी रहती हैं। सोने की कीमत 85,000 से 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकती है, जबकि चांदी में भी लंबे समय तक उछाल की संभावना है। सोने और चांदी की कीमतों में बढ़त का मुख्य कारण वैश्विक अनिश्चितता, भू-राजनीतिक तनाव और कम ब्याज दरें हैं। 2025 में सोने का बाजार सकारात्मक रहेगा, हालांकि निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव पर ध्यान देना होगा।