प्रयागराज में 2025 में होने वाले महाकुंभ मेले के सफल आयोजन हेतु सुरक्षा और राहत प्रबंधन के लिए तैयारियों का जायजा लिया गया। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) के सेनानायक डॉ. सतीश कुमार, आईपीएस, ने प्रभारी जल पुलिस और पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र बल) बाढ़ राहत दल के साथ बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य मेले के दौरान आने वाली संभावित आपदाओं, विशेषकर जल संबंधित समस्याओं, से निपटने के लिए आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करना था।
महाकुंभ में हर बार लाखों श्रद्धालु आते हैं, और उनके लिए सुरक्षित माहौल तैयार करना प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है। इसमें जल पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जो किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत कार्यवाही कर सकते हैं। सेनानायक डॉ. सतीश कुमार ने बैठक में बताया कि मेले के दौरान जल स्त्रोतों के निकट विशेष निगरानी रखी जाएगी और वहां आपातकालीन सेवाओं को तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही जल पुलिस के लिए विशेष प्रशिक्षण और उपकरणों की व्यवस्था की जा रही है ताकि वे पानी में किसी भी आकस्मिक स्थिति से कुशलतापूर्वक निपट सकें।
डॉ. सतीश कुमार ने सभी संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्र में होने वाले संभावित खतरे का आकलन करें और उस आधार पर अपने संसाधनों को व्यवस्थित करें। साथ ही, उन्होंने नागरिकों को किसी भी आपातकालीन स्थिति में सहायता उपलब्ध कराने हेतु हॉटलाइन और आपदा प्रबंधन केंद्रों को तैयार रखने का आदेश दिया।
महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तत्परता और सतर्कता महत्वपूर्ण होगी। सरकार और सुरक्षा बलों की यह कोशिश है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और मेला बिना किसी दुर्घटना के सुगमता से संपन्न हो।