चंदौली ब्यूरो चीफ गणपत राय की रिपोर्ट
जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे की अध्यक्षता में सीएम डैशबोर्ड एवं विकास कार्यों की समीक्षा बैठक, कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक के दौरान उन्होंने निर्देशित कर कहा कि सीएम डैशबोर्ड पर आधारित कार्यक्रमों की बेहतर मॉनिटरिंग सुनिश्चित किया जाय। सीएम डैशबोर्ड बैठक, शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। जिन विभागों की सीएम डैशबोर्ड पर रैंकिंग कम रही, उनको सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सीएम डैशबोर्ड पर रैंकिंग खराब पाई गई तो अनुशासनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
अधिकारियों को फटकार
जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी जनपद स्तरीय अधिकारी को समयबद्ध तरीके से जनकल्याणकारी योजनाओं को जरूरतमंद पात्र लोगों तक पहुंच सके इसके लिए बेहतर प्रयास सुनिश्चित करें। सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा बैठक में उपायुक्त उद्योग, अधिशासी अभियंता पी.डब्लू.डी, अधिशासी अभियंता चंद्रप्रभा/मुसाखाड़ एवं बंधी प्रखण्ड, उप निदेशक कृषि का सीएम रैंक कम रहने पर अधिकारियों को फटकार लगाई, हिदायत देते हुए सीएम डैशबोर्ड पर रैंकिंग में सुधार लाने के निर्देश दिए।
चेतावनी पत्र जारी
अधिशासी अभियंता चंद्रप्रभा/मुसाखाड़/बंधी डिवीजन के अधिकारियों द्वारा किसानों की समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण न करने एवं आपसी ताल-मेल न रखनें पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी जताते हुए चेतावनी पत्र जारी करने के निर्देश दिए। उन्होने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर साफ-सफाई एवं स्वच्छता सुनिश्चित कराएं। कन्या सुमंगला योजना में आवेदन लम्बित पाए जाने पर जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिए कि समय सीमा के बाद किसी भी स्तर पर आवेदन लम्बित न रहे। उन्होंने समाज कल्याण विभाग सहित पेंशन से संबंधित सभी विभागों को निर्देश दिए कि पेंशन संबंधी पत्रावलियों को शीघ्रता से सत्यापित कर पात्र को योजना का लाभ दिलाएं। किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत लम्बित आवेदनों को यथाशीघ्र निस्तारित करने के निर्देश उप कृषि निदेशक को दिए।
बीएसए को सख्त निर्देश
जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि निरंतर प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया जाए। जिन प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षण कार्य संतोषजनक नहीं मिलता उन अध्यापकों के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही की जाए तथा अच्छा कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित भी किया जाए। इसी के साथ जागरूकता एवं अन्य माध्यमों से विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बढाई जाए।