
वाराणसी में पुलिस लाइन से कचहरी रोड तक अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर बड़ा अभियान शुरू किया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ।
पुलिस लाइन से कचहरी रोड तक फैले अतिक्रमण को हटाने के लिए रविवार को पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की। सुबह से ही तीन थानों की पुलिस फोर्स, RAF की टुकड़ी और दंगा नियंत्रण वाहन मौके पर तैनात कर दिए गए। तीन जेसीबी मशीनें लगातार अतिक्रमण तोड़ने में लगी रहीं। अभियान की शुरुआत कचनार शहीद मजार की दीवार तोड़ने से हुई, जिसके बाद आस-पास की दुकानों पर भी बुलडोजर चला। कई दुकानों में उस समय भी सामान रखा था, जिसे तोड़फोड़ के बीच में ही निकालने की कोशिश की गई। दायम खान मस्जिद की आड़ में बनी छह अतिरिक्त दुकानों को भी ध्वस्त कर दिया गया।
कार्रवाई के दौरान इलाके में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए, जिससे यातायात प्रभावित हो गया। पुलिस ने वाहनों को एक ही लेन से गुजरने की अनुमति दी, जिसके कारण करीब एक किलोमीटर लंबा जाम लग गया। लोक निर्माण विभाग (PWD) के एक्सईएन के.के. सिंह ने जानकारी दी कि पुलिस लाइन से कचहरी तक लगभग 300 मीटर सड़क को चौड़ा किया जाएगा। इसके लिए 71 लोगों को 3 करोड़ 52 लाख रुपये का मुआवजा पहले ही दिया जा चुका है। प्रस्तावित योजना के तहत यह सड़क 60 मीटर चौड़ी होगी।
अधिकारियों का मानना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य वीआईपी का वाराणसी दौरा प्रायः हेलिकॉप्टर से होता है। हेलिकॉप्टर पुलिस लाइन में उतरने के बाद काफिला सड़क मार्ग से सर्किट हाउस जाता है, लेकिन पुलिस लाइन चौराहे से कचहरी चौराहे तक पक्की बाजार क्षेत्र की सड़क संकरी होने के कारण आवागमन बाधित होता है। यही कारण है कि इस सड़क चौड़ीकरण को प्राथमिकता दी गई है।
कचहरी से पांडेयपुर और सारनाथ जाने वाले यातायात का भी मुख्य मार्ग यही है, जिसके चलते यहां चौड़ीकरण की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। लोक निर्माण विभाग पहले ही क्षेत्र का सर्वे कर चुका है और अतिक्रमण के दायरे में आने वाले 35 मकान और दुकानों के मालिकों को मुआवजा दिया जा चुका है। अभियान पूरा होने के बाद यह सड़क न केवल वीआईपी मार्ग को सुगम बनाएगी बल्कि आम जनता के यातायात में भी राहत लाएगी।

