चंदौली के सांसद वीरेंद्र सिंह ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर चंदौली के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाया। उन्होंने पत्र में लिखा कि पूर्व सांसद के जिले में आने के बाद उनको प्रोटोकॉल दिया जाता है। वहीं वर्तमान सांसद की सुरक्षा भगवान भरोसे है। मुझको सुरक्षा देने में अधिकारी आनाकानी करते हैं। जितना खतरा उनको है उससे ज्यादा खतरा मेरे ऊपर है। पूर्व सांसद द्वारा आज भी सरकारी कार्य में दखलअंदाजी किया जा रहा है।
वीरेंद्र सिंह ने सीएम को प्रेषित पत्र में लिखा कि आपका ध्यान चंदौली के अधिकारियों की कार्यशैली की तरफ आकर्षित करना चाहता हूं। आप उत्तर-प्रदेश के मुखिया हैं, आपकी न्याय प्रक्रिया में समानता का भाव दृष्टिगत होने की अपेक्षा प्रदेश की जनता को हैं पर लोकसभा चंदौली में 2024 के लोकसभा चुनाव में हार चुके जनप्रतिनिधि को अभी तक पूर्व की भांति जनपद के अधिकारीयों के द्वारा प्रोटोकॉल और सुरक्षा की प्रदान की जाती है। उन्हें हर थाने से बार्डर टू बार्डर थानेदार के द्वारा पूर्व की भांति प्रोटोकॉल दी जाती हैं और वही वर्तमान में जीते हुए सांसद को जनपद में सुरक्षा देने में भी विसंगतिया पैदा की जाती है।
लिखा कि पूर्व सांसद द्वारा आज भी सरकारी कार्यालयों का उपयोग करना, सरकारी कार्य में हस्तक्षेप करना और शासन सत्ता का दबाव बनाकर नियम के विरुद्ध कार्य कराना जारी हैं। क्षेत्र की जनता को पता चलना चाहिए कि हमारे पूर्व सांसद किन माफियाओं से खतरा हैं जिसके कारण उन्हें जेड या वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जाती हैं। जबकि जितना खतरा उन्हें हैं, उससे ज्यादा खतरा वर्तमान में मेरे ऊपर हैं। अतः मुझे भी उन्ही की श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जाए, ताकि न्याय बराबरी का हो सके।
ब्यूरो चीफ गणपत राय