


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जून 2023 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केन्द्र (SKICC) में योगाभ्यास किया। यह पहली बार था जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में योग दिवस के मुख्य कार्यक्रम में भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य योग के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उसकी महत्ता को दर्शाना था।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर हजारों लोगों के साथ योगाभ्यास किया, जिसमें बच्चे, युवा और वरिष्ठ नागरिक शामिल थे। उन्होंने योग के विभिन्न आसनों का प्रदर्शन किया और लोगों को नियमित योगाभ्यास करने के लिए प्रेरित किया। मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है, बल्कि यह मानसिक और आध्यात्मिक विकास का मार्ग भी है। योग से तनाव, चिंता और अन्य मानसिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है और शारीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।
श्रीनगर में इस आयोजन का विशेष महत्त्व था, क्योंकि यह क्षेत्र लंबे समय से अशांति और संघर्ष का सामना कर रहा है। प्रधानमंत्री ने योग के माध्यम से शांति और एकता का संदेश देने का प्रयास किया। इस कार्यक्रम से यह स्पष्ट हुआ कि योग केवल व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र की भलाई के लिए भी महत्वपूर्ण है।
इस प्रकार, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर श्रीनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योगाभ्यास ने योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने और देशभर में शांति और सद्भावना का संदेश फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।