काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह के अंदर और बाहर बुधवार से ही गेरुआ वस्त्रत्त्धारी पुरुष तथा महिला पुलिसकर्मी की तैनाती हो गई। ये पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं को दर्शन कराने में जुटे थे। यह व्यवस्था अब नियमित रहेगी।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने गर्भगृह में अर्चक वेश में पुरुष एवं महिला पुलिसकर्मियों की तैनात का आदेश दिया था।
अर्चक की वेशभूषा में पुलिसकर्मी गर्भगृह के अलावा द्वार पर तैनात थे। वे श्रद्धालुओं को दर्शन के बाद शालीनता से आगे बढ़ने का आग्रह कर रहे थे। श्रद्धालुओं का पता नहीं चला कि वे पुलिसकर्मी हैं। पुलिसकर्मियों नो टच पॉलिसी का भी पालन किया। वे किसी श्रद्धालु-दर्शनार्थी को हाथ नहीं लगा रहे थे। वहीं, कई दर्शनार्थी यह कहते हुए सुने गए कि पुलिस आयुक्त की पहल पर शुरू हुई यह व्यवस्था किसी हस्तक्षेप का शिकार नहीं हुई और अनवरत चलती रही तो इससे न सिर्फ सुगम दर्शन होगा बल्कि मंदिर प्रशासन की भी छवि निखरेगी।