पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी श्री मोहित अग्रवाल द्वारा जिलाधिकारी वाराणसी श्री सत्येन्द्र कुमार के साथ बाढ़ संभावित क्षेत्रों का किया गया स्थलीय निरीक्षण, प्रभावित घरों में चोरी व अन्य अपराधों से सुरक्षा के दृष्टिगत रात्रि में नाव से होगी पेट्रोलिंग

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“बाढ़ प्रभावित घरों में चोरी व अन्य अपराधों से सुरक्षा के दृष्टिगत रात्रि में नाव से होगी पेट्रोलिंग, किसी भी आपात स्थिति में कमिश्नरेट वाराणसी पुलिस तत्परता से जनसेवा के लिए तैयार है” -  पुलिस आयुक्त

 गंगा तथा वरूणा नदी में जलस्तर की निरंतर वृद्धि के मद्देनज़र संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी को और अधिक सघन किया गया है। स्थलीय निरीक्षण के दौरान ज़मीनी स्थिति का आकलन करते हुए दिशा-निर्देश दिए गए-
• बाढ़ प्रभावित एवं जलमग्न घरों में चोरी व अन्य आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम हेतु रात्रि गश्त के लिए विशेष बोट पेट्रोलिंग टीम सक्रिय रहेगी ।
• जनसुरक्षा की दृष्टि से खतरे की स्थिति वाले जर्जर भवनों में रह रहे नागरिकों से आवासों को खाली कर शिविर में स्थानांतरित होने की अपील ।
• शिविरों में मौजूद महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है ।
• एनडीआरएफ, जल पुलिस के अतिरिक्त विशेष रूप से प्रशिक्षित पीएसी बल की तैनाती की गई है, जो बाढ़ राहत एवं आपात स्थिति में रेस्क्यू हेतु पूरी तरह तैयार है ।
• बाढ़ प्रभावित इलाकों में संबंधित थाना प्रभारी एवं एसीपी स्तर के अधिकारी लगातार क्षेत्र में भ्रमणशील रहेंगे, थानों से विशेष टीम बनाकर क्षेत्र में निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है ।
• नदी में स्नान, तैराकी तथा नौकायन पर है प्रतिबंध, आमजन से अपील की गई कि किसी भी प्रकार से बाढ़ की स्थिति के साथ खिलवाड़ न करें ।
• संवेदनशील घाटों व मोहल्लों में पुलिस बल की विशेष तैनाती– प्रत्येक थाने में बाढ़ निगरानी हेतु एक डेडीकेटेड टीम गठित, किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूर्णतः सतर्क ।
• पुलिस कंट्रोल रूम 24×7 एक्टिव– किसी भी आपात स्थिति में नागरिकों से 112 हेल्पलाइन पर संपर्क करने की अपील की गई है, सभी कॉल्स पर त्वरित व प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है ।
• बोट पेट्रोलिंग एवं पब्लिक अनाउंसमेंट प्रणाली प्रभावी – जलभराव वाले क्षेत्रों में जल पुलिस द्वारा निरंतर गश्त जारी है। लाउडस्पीकर व अन्य माध्यमों से मुनादी कर नागरिकों को समय-समय पर सतर्क किया जा रहा है। नावों के संचालन पर प्रतिबंध लागू है।
• अफवाहों पर कड़ी निगरानी व नियंत्रण – सोशल मीडिया एवं अन्य संचार माध्यमों पर बाढ़ से संबंधित भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों पर विशेष नजर रखी जा रही है, अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध आवश्यकतानुसार सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
• अफवाहों पर कड़ी निगरानी व नियंत्रण – सोशल मीडिया एवं अन्य संचार माध्यमों पर बाढ़ से संबंधित भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों पर विशेष नजर रखी जा रही है, अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध आवश्यकतानुसार सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी ।

पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी श्री मोहित अग्रवाल द्वारा जिलाधिकारी श्री सत्येन्द्र कुमार संग गंगा एवं वरूणा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए किया गया निरीक्षण। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा, राहत व बचाव कार्यों को लेकर व्यापक तैयारियाँ की गई हैं । बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चोरी व आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम हेतु रात्रि में नाव से विशेष बोट पेट्रोलिंग शुरू की गई है । जर्जर भवनों में रह रहे नागरिकों से शिविरों में स्थानांतरित होने की अपील की गई है, तथा महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शिविरों में महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है । एनडीआरएफ, जल पुलिस एवं प्रशिक्षित पीएसी बल राहत कार्यों हेतु तैनात हैं। थाना प्रभारियों व एसीपी स्तर के अधिकारियों को क्षेत्र में सतत भ्रमण व निगरानी हेतु निर्देशित किया गया है । नदी में स्नान, तैराकी व नौकायन पर प्रतिबंध लगाया गया है। प्रत्येक थाने में बाढ़ निगरानी के लिए डेडीकेटेड टीमें गठित की गई हैं। पुलिस कंट्रोल रूम 24×7 सक्रिय है और 112 पर कॉल करने की अपील की गई है। साथ ही, बाढ़ से जुड़ी अफवाहों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, और अफवाह फैलाने वालों पर विधिक कार्रवाई की जाएगी । इस दौरान अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) श्री शिवहरि मीणा, पुलिस उपायुक्त काशी श्री गौरव बंशवाल,अपर पुलिस उपायुक्त काशी श्री सरवणन टी. व अन्य अधिकारीगण मौजूद रहै ।
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Shiv murti
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