
बाढ़ की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त प्रबंध:
• पुलिस आयुक्त महोदय द्वारा श्रद्धालुओं से संवाद कर उनका कुशलक्षेम पूछा गया एवं उपलब्ध करायी गयी सुविधाओं पर अनुभवों का फीडबैक लिया गया ।
• घाटों में जल स्तर पर लगातार वृद्धि को देखते हुये विशेष पुलिस बल को नावों सहित तैनात किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित नियंत्रण सुनिश्चित किया जा सके ।
• श्रद्धालुओं एवं तीर्थयात्रियों को जलमग्न घाट क्षेत्रों में प्रवेश से रोकने के लिए बैरीकेडिंग की गई है तथा चेतावनी संकेतक बोर्ड लगाए गए हैं।
• गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए संवेदनशील घाटों व मार्गों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है ।
• घाटों से संपर्क में बाधा एवं जलस्तर में लगातार वृद्धि को देखते हुए, श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु विशेष रूप से प्रशिक्षित PAC बल, जल पुलिस, तथा स्थानीय गोताखोरों के स्वैच्छिक बचाव दल की घाट क्षेत्रों में तैनाती बढ़ाई गई है ।
• घाटों पर लाउडस्पीकर व मोबाइल पुलिस यूनिट्स के माध्यम से श्रद्धालुओं को लगातार सावधानी बरतने, जलमग्न क्षेत्रों में न जाने तथा सुरक्षित दूरी बनाए रखने की घोषणाएं/अनाउंसमेंट्स की जा रही हैं।
• किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया हेतु कंट्रोल रूम को 24×7 सक्रिय रखा गया है ताकि आमजन को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जा सके ।
अन्य निर्देश:
• श्री काशी विश्वनाथ धाम, मैदागिन, बुलानाला, चौक, गौदौलिया, दशाश्वमेध घाट, रमापुरा आदि कांवड़ मार्गों का पुलिस आयुक्त महोदय द्वारा सघन भ्रमण कर स्थानीय व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया गया ।
• श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन में सुविधा हो, इसके लिए कांवड़ मार्ग पर मार्ग-सूचक बोर्ड लगाए गए हैं ।
• भीड़-प्रबंधन के तहत अतिक्रमण हटाने, यातायात को नियंत्रित रखने तथा प्रवेश/निकास मार्गों को स्पष्ट व निर्बाध बनाए रखने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है ।
• घाट क्षेत्रों की सुरक्षा और निगरानी हेतु CCTV कैमरों के माध्यम से रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है, जिससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या भीड़ के दबाव पर तत्काल कार्रवाई की जा सके ।
• साइबर निगरानी एवं सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के माध्यम से अफवाहों और भ्रामक सूचनाओं पर भी पैनी नजर रखी जा रही है।
• वरिष्ठ अधिकारियों – DCP, ACP व SHO स्तर के अधिकारी द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार भ्रमण कर व्यवस्थाओं की निगरानी सुनिश्चित की जा रही है ।
• महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए संवेदनशील स्थलों पर महिला पुलिस कर्मियों की पर्याप्त तैनाती की गई है ।
• सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु मोटरसाइकिल पेट्रोलिंग दस्तों की संख्या बढ़ाई गई है तथा महत्वपूर्ण चेकिंग प्वाइंट्स पर अतिरिक्त बल की तैनाती की गई है ।
• कांवड़ यात्रियों के निर्बाध आवागमन हेतु अतिक्रमण मुक्त मार्गों एवं ऑटो के लिए समर्पित लेन की व्यवस्था की गई है ।
• श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुलिस चौकियों पर विश्राम, प्राथमिक चिकित्सा, पेयजल व अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं ।
आज दिनांक 03-08-2025 को श्रावण मास के चतुर्थ सोमवार के अवसर पर पुलिस आयुक्त वाराणसी श्री मोहित अग्रवाल ने श्री काशी विश्वनाथ धाम सहित प्रमुख कांवड़ मार्गों का निरीक्षण कर श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं बाढ़ प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा की । बाढ़ के खतरे को देखते हुए घाटों पर बैरीकेडिंग, चेतावनी संकेतक, जल पुलिस, PAC बल और गोताखोरों की तैनाती की गई है । CCTV, लाउडस्पीकर अनाउंसमेंट, साइबर मॉनिटरिंग और नाव से रात्रिकालीन गश्त के माध्यम से निगरानी बढ़ाई गई है । कंट्रोल रूम को 24x7 सक्रिय रखा गया है । इसके साथ ही मार्ग-सूचक बोर्ड, अतिक्रमण मुक्त रास्ते, महिला सुरक्षा, मोटरसाइकिल पेट्रोलिंग, वरिष्ठ अधिकारियों की सतत निगरानी और पुलिस चौकियों पर आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं, जिससे श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव मिल सके । इस दौरान अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय श्री शिवहरि मीना, पुलिस उपायुक्त काशी श्री गौरव वंशवाल, पुलिस उपायुक्त (अपराध) श्री सरवनणन टी., सहित सभी सम्बन्धित राजपत्रित अधिकारी तथा थाना प्रभारी मौजूद रहे।

