
अदलहाट। मिर्जापुर
सोमवार को भारत सरकार के खिलाफ किए गए वादा खिलाफी को लेकर वाराणसी शक्ति नगर मार्ग SH 5 A आदर्श इंटर कॉलेज खेल मैदान के सामने अदलहाट में दिल्ली की तरफ मुख कर ट्रैक्टर को खड़ा करके अपनी मांगों को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया जो निम्न वत है… _
- मूल्य वृद्धि पर नियंत्रण रखें, भोजन, दवाओं, कृषि-इनपुट और मशीनरी जैसी आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी हटाएं, पेट्रोलियम उत्पादों और रसोई गैस पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में काफी कमी करें।
- वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं, दिव्यांग व्यक्तियों, खिलाड़ियों को रेलवे द्वारा कोविड के बहाने वापस ली गई रियायतें बहाल की जाएं।
- खाद्य सुरक्षा की गारंटी और सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सार्वभौमिक बनाना।
- सभी के लिए मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी और स्वच्छता के अधिकार की गारंटी। नई शिक्षा नीति, 2020 को रद्द करें।
- सभी के लिए आवास सुनिश्चित करें।
- वन अधिकार अधिनियम (एफआरए) का कड़ाई से कार्यान्वयन, वन (संरक्षण) अधिनियम, 2023 और जैव-विविधता अधिनियम और नियमों में संशोधन वापस लें जो केंद्र सरकार को निवासियों को सूचित किए बिना जंगल की निकासी की अनुमति देते हैं। जोतने वाले को भूमि सुनिश्चित करें। 7. सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों, सरकारी विभागों का निजीकरण बंद करें और राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी) को ख़त्म करें। खनिजों और धातुओं के खनन पर मौजूदा कानून में संशोधन करें और स्थानीय समुदायों, विशेषकर आदिवासियों और किसानों के उत्थान के लिए कोयला खदानों सहित खदानों से लाभ का 50 प्रतिशत हिस्सा सुनिश्चित करें।
- बिजली (संशोधन) विधेयक, 2022 को वापस लें। कोई प्री-पेड स्मार्ट मीटर नहीं।
- काम के अधिकार को मौलिक बनाया जाये। स्वीकृत पदों को भरें और बेरोजगारों के लिए रोजगार पैदा करें। मनरेगा का विस्तार और कार्यान्वयन (प्रति वर्ष 200 दिन और 600 रुपये प्रति माह मजदूरी)। शहरी रोजगार गारंटी अधिनियम बनायें।
- किसानों को बीज, उर्वरक और बिजली पर सब्सिडी बढ़ाएं, किसानों की उपज के लिए एमएसपी सी2$50 की कानूनी गारंटी दें और खरीद की गारंटी दें। किसानों की आत्महत्याओं को हर कीमत पर रोकें।
- कॉर्पोरेट समर्थक पीएम फसल बीमा योजना को वापस लें और जलवायु परिवर्तन, सूखा, बाढ़, फसल संबंधी बीमारियों आदि के कारण किसानों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए सभी फसलों के लिए एक व्यापक सार्वजनिक क्षेत्र की फसल बीमा योजना स्थापित करें।
- सभी कृषक परिवारों को कर्ज के जाल से मुक्त करने के लिए व्यापक ऋण माफी योजना की घोषणा करें।
- केंद्र सरकार द्वारा दिए गए लिखित आश्वासनों को लागू करें, जिसके आधार पर ऐतिहासिक किसान संघर्ष को निलंबित कर दिया गया था। सभी शहीद किसानों के लिए सिंधू सीमा पर स्मारक, मुआवजा दें और उनके परिवारों का पुनर्वास करें, सभी लंबित मामलों को वापस लें, गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर मुकदमा चलाया जाए।
- एनपीएस को ख़त्म करें। ओपीएस को बहाल करें और सभी को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करें।15. संविधान के मूल मूल्यों-अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, असहमति का अधिकार, धर्म की स्वतंत्रता, विविध संस्कृतियों, भाषाओं, कानून के समक्ष समानता और देश की संघीय संरचना आदि पर हमला बंद करें।इसके अलावा किसानों ने वनस्थली महाविद्यालय अहरौरा के पास SH5Aवाराणसी शक्ति नगर मार्ग पर लगे अस्थाई टोल प्लाजा को हटाने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा आश्वासन देकर धरना स्थगित करवा दिया गया था, परंतु समाधान नहीं होने पर किसानों ने स्थगित धरना 19 फरवरी 2024 से प्रारंभ कर दिया है, आज के कार्यक्रम में थाना अध्यक्ष अदलहाट रविन्द्रमौर्य जी ने किसानों का पत्रक लेकर आश्वाशन दिया की आपकी समस्त मांगों को ऊपर तक भेज दिया जाएगा जिसमें निम्न लोग उपस्थित रहे प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह ,प्रदेश महासचिव प्रहलाद सिंह, विंध्याचल मंडल अध्यक्ष अनिल सिंह ,जिला अध्यक्ष कंचन सिंह फौजी , रमेश सिंह अन्नदाता मंचजिला महासचिव वीरेंद्र सिंह, अवधेश नारायण सिंह जिला उपाध्यक्ष , स्वामी दयाल सिंह जिला कोषाध्यक्ष, जिला सचिव डॉक्टर पंचम सिंह,विश्वनाथ सिंह, मंडल उपाध्यक्ष परशुराम मौर्या, मुकुटधारी सिंह, रामसूरत सिंह रामसृंगार सिंह पुर्वांचल सदस्य, राम बृक्ष सिंह तहसील अध्यक्ष चुनार, महेंद्र सिंह , भोला नाथ गिरी, पारस मौर्य, राम अवध सिंह, अखिलेश कुमार सिंह, राजेंद्र प्रसाद सिंह ,राम मूरत सिंह ,ओम प्रकाश सिंह, , नंदलाल, उमेश सिंह, ऋषभ सिंह ,संतोष सिंह, दीपू सिंह शिव प्रसाद सिंह, हरगेन, हौसला वर्मा,, संजय सिंह गौतम ,विष्णु यादव ,राम तपेश्वर सिंह ,मंगल सिंह, दूधनाथ यादव, अन्य लोग उपस्थित है व अन्य लोग उपस्थित रहे।