मोदी व मंत्रिमंडल के सहयोगी वैक्सिनेशन का प्रमाणपत्र सार्वजनिक करें-अजय राय

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देशवासियों की जान का सौदा करना ही क्या मोदी की गारंटी

वाराणसी (काशीवार्ता)। कोरोना से बचाव के लिए लोगों को लगाई गई वैक्सीन कोविशील्ड संदेह के घेरे में है। एस्ट्राजेनेका और आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविशील्ड वैक्सीन टीटीएस (थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम) का कारण बन रही है इस बात को ब्रिटिश हाईकोर्ट में कंपनी ने स्वीकारा है। उक्त बातें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने लहुराबीर स्थित कांग्रेस के कैम्प कार्यालय में कही। श्री राय ने कहा कि देश में कोविशील्ड लगवाने वाले सावधान हो जाएं, ये वैक्सीन खून का थक्का जमा रही, जिससे हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, हाथ पैर में दर्द, कूल्हे में दर्द, सांस की बीमारी समेत अन्य गंभीर व जानलेवा बीमारी की चपेट में लोग आ रहे हैं। भाजपा व केंद्र सरकार पर जमकर भड़ास निकालते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देशवासियों की जान का सौदा करना ही क्या मोदी की गारंटी है। कंपनी से चंदा लेने के लिए देश की जनता की जान जोखिम में डालने वाले दरिंदों को कांग्रेस की सरकार असली जगह पहुंचाने का काम करेगी। कोविशील्ड वैक्सीन के बारे में आईसीएमआर चुप क्यों है, जनता आशंकित है उसे जवाब चाहिए। श्री राय ने कहा कि नरेंद्र मोदी व उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने किस कंपनी की वैक्सीन लगवाई है उसका प्रमाणपत्र सार्वजनिक करें। ब्रिटिश हाईकोर्ट में कंपनी द्वारा स्वीकारोक्ति के पश्चात जिन बहनों का मंगलसूत्र छिन गया, माताओं की गोद सूनी हो गई, बच्चे अनाथ हो गये उसका जिम्मेदार नरेंद्र मोदी व केंद्र की सरकार है। जनता इसका हिसाब जरूर लेगी। श्री राय ने कहा कि यह माफी योग्य मामला नहीं फिर भी जनता से माफी मांगे और जिम्मेदारी लेते हुए मंत्रिमंडल भंग करते हुए इस्तीफा दें। क्योंकि वैक्सीन लगवाने वालों को जो प्रमाणपत्र दिया जाता है उसमें नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगी है। उसी तस्वीर को दिखाने के पश्चात ही उसे सफर करने या किसी कार्यालय में प्रवेश की अनुमति मिलती थी। अभी भी इंटरनेशनल फ्लाइट में वैक्सिनेशन का प्रमाणपत्र मांगा जाता है। इस दौरान जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, प्रदेश प्रवक्ता संजीव सिंह, फसाहत हुसैन बाबू, गुलशन अंसारी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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