
पटल सहायकों को लंबित प्रकरण 29 मार्च तक निस्तारित करने के निर्देश दिये
न्यायालयों का सघन निरीक्षण करते हुए केसों के उचित निस्तारण हेतु विभिन्न सुझाव भी दिये
वाराणसी। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने कमिश्नरी न्यायालय का निरीक्षण किया जिसमें उन्होंने पेंडिंग केसों के उचित निस्तारण, अभिलेखों के रखरखाव तथा साफ-सफाई की व्यवस्था को दुरुस्त करने हेतु निर्देशित किया।
मंडलायुक्त द्वारा तीनों न्यायालयों का बारीकी से बृहद निरीक्षण किया गया। उन्होंने सभी पटलों का निरीक्षण करते हुए सभी पटल सहायकों को लंबित प्रकरण 29 मार्च तक निस्तारित करने के निर्देश दिये। निरीक्षण में पाया गया कि आयोग तथा मुख्यमंत्री पोर्टल पर कोई प्रकरण लंबित नहीं है।
मंडलायुक्त ने अभिलेखागार का निरीक्षण करते हुए निर्देशित किया कि वीडिंग करने वाली पत्रावलियों को इसी माह में विनष्ट करके निस्तारित किया जाए ताकि अभिलेखागार में स्थान खाली हो सके।
मंडल विभाजन के पूर्व की मिर्जापुर तथा आज़मगढ़ मंडल की कुछ फाइलों को अभी तक संबंधित मंडल को नहीं भेजा गया है उन्हें अगले सप्ताह तक उन मंडलों के अभिलेखागारों में मजिस्ट्रेट नामित करते हुए भेज दिया जाए। इस संबंध में उन्होंने संबंधित मंडलायुक्त से वार्ता भी की।
मंडल के विभिन्न न्यायालयों के निरीक्षण के दौरान विभिन्न अभिलेखों को चेक किया तथा सभी अभिलेखों को व्यवस्थित करने हेतु निर्देशित किया। डार्क डिस्पैच आदिजिन कार्यों हेतु अभी मैन्युअल रजिस्टर प्रयोग हो रहे हैं उन सबको भविष्य में कंप्यूटरीकृत करने के भी निर्देश दिये।
उन्होंने तीनों जनपदों जौनपुर, गाजीपुर तथा चंदौली जिले के न्यायालयों का निरीक्षण करते हुए लंबित पड़े वादों को पुराने से लेकर नए की वरीयता देते हुए निस्तारित करने हेतु निर्देशित किया। साथ ही जिन वादों की सुनवाई हो चुकी है उन के आदेश आगामी दो दिन में ही अपलोड करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने पेशकारो की भी उचित जिम्मेदारी तय करने हेतु निर्देशित किया ताकि सभी के सामुहिक प्रयास से न्यायालयों के भार को कम किया जा सके।
मंडलायुक्त ने न्यायालयों व कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों की मार्च माह में ही समय रहते लगभग सभी कार्य पूर्ण करने हेतु प्रशंसा की तथा इसी गति को भविष्य में भी बनाए रखने हेतु प्रेरित किया।
उन्होंने पूरे परिसर व पटलों पर साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था हेतु दोनों अपर आयुक्त गण व सभी कर्मचारियों की प्रशंसा की।
निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त प्रशासन तथा अपर आयुक्त न्यायिक समेत न्यायालय के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।