राजस्थान के ऐतिहासिक धरोहरों में से एक
जूनागढ़ किला राजस्थान के बीकानेर शहर में स्थित एक भव्य और ऐतिहासिक धरोहर है। इसका निर्माण 1589 में राजा राय सिंह द्वारा करवाया गया था। इस किले की स्थापत्य कला में राजपूत, मुगल और गुजराती शैलियों का अनूठा संगम देखने को मिलता है। किले की दीवारों पर खूबसूरत नक्काशी, महल, मंदिर और संग्रहालय इसकी खासियतों में शामिल हैं।
जूनागढ़ किले का निर्माण और उद्देश्य
जूनागढ़ किले का निर्माण हमलों से बचाव के उद्देश्य से किया गया था। 15वीं सदी में महाराजा राव बीका ने इस किले का निर्माण करवाया ताकि बीकानेर की राजधानी सुरक्षित रह सके। किले के हर हिस्से को इस प्रकार बनाया गया कि दुश्मन चाहकर भी अंदर प्रवेश न कर सकें। किले में खुफिया गेट और गुफाएं भी बनाई गई थीं।
तकनीकी चमत्कार: बादल महल
किले के महलों में एक खास आकर्षण है “बादल महल”। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि भयंकर गर्मी में भी यह महल ठंडा रहता है। राजस्थानी स्थापत्य की यह खूबी लोगों को आज भी हैरान कर देती है।
नाम का इतिहास: चिंतामणि से जूनागढ़ तक
शुरुआत में इस किले को “चिंतामणि किला” या “बीकानेर किला” कहा जाता था। बाद में इसका नाम बदलकर जूनागढ़ किला रखा गया। “जूनागढ़” का अर्थ होता है “पुराना किला”। यह किला उन दुर्लभ किलों में से एक है जो किसी पहाड़ी पर स्थित नहीं है।
किले के अद्भुत महल और मंदिर
जूनागढ़ किले में कुल 9 महल हैं, जिनमें फूल महल, रानियों का महल, अनूप महल, मोती महल और गर्भ गंगा विलास प्रमुख हैं। इसके अलावा यहां हर मंदिर साहिब और लक्ष्मी नारायण मंदिर भी स्थित हैं। किले के खास दरवाजों में हाथी पोल और पश्चिमी द्वार मेहरान गेट के नाम से जाने जाते हैं।
किले का संग्रहालय और खजाने का रहस्य
जूनागढ़ किले में एक संग्रहालय भी है, जहां ऐतिहासिक वस्तुएं रखी गई हैं। किले के खजाने का रहस्य आज भी बना हुआ है। कुछ समय पहले किले की खाई से सोने के बिस्किट मिले थे। स्थानीय लोगों का मानना है कि महाराजा ने किले के अलग-अलग हिस्सों में खजाना छुपा रखा था। इस कारण किले की जमीन को “सोने की जमीन” कहा जाता है।
ब्रिटिश प्लेन का आकर्षण
जूनागढ़ किले में ब्रिटिश सेना के पहले विश्वयुद्ध में इस्तेमाल किए गए दो पंखों वाले प्लेन को देखा जा सकता है। यह प्लेन महाराजा गंगा सिंह को अंग्रेजों ने तोहफे में दिया था। यह प्लेन किले में पिछले कई दशकों से सुरक्षित रखा गया है।
जूनागढ़ किले की सैर: टिकट और समय
अगर आप जूनागढ़ किला देखने जाना चाहते हैं, तो इसके लिए 50 रुपए की टिकट लेनी होगी। स्टूडेंट्स को 20 रुपए का डिस्काउंट मिलता है, जबकि विदेशी पर्यटकों के लिए टिकट की कीमत 300 रुपए है। किला सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक खुला रहता है। यहां तक पहुंचने के लिए आप बस, ट्रेन या कार का इस्तेमाल कर सकते हैं।
अवश्य देखने योग्य स्थल
जूनागढ़ किला सिर्फ बीकानेर की ही नहीं, बल्कि राजस्थान की शान है। इसके महल, मंदिर, नक्काशी, संग्रहालय और तकनीकी विशेषताएं इसे पर्यटकों के लिए खास बनाती हैं। अगर आप राजस्थान घूमने जा रहे हैं, तो इस किले की यात्रा को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें।