
वाराणसी जिले के राजातालाब तहसील क्षेत्र के ग्राम सभा बाजार कालिका,परगना कसवाराजा में सोमवार को माहौल अचानक बदल गया। जहॉ इलाके के लोग रोज़ की तरह अपने-अपने काम में लगे थे,तभी प्रशासनिक गाड़ियों का काफिला वहाँ पहुँचा। कुछ ही देर में बुलडोजर गर्जना करने लगे और अवैध बाउंड्री व पक्के निर्माणों को ध्वस्त करने का काम बुलडोजर से शुरू हो गया। हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन मे उपजिलाधिकारी राजातालाब के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
सुबह करीब 11 बजे नायब तहसीलदार सेवापुरी की अगुवाई में राजस्व टीम बुलडोजर और पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँची। कार्रवाई शुरू होते ही बाउंड्री की मोटी दीवारें ढह गईं। ईंट-पत्थर टूटकर सड़क पर बिखर गए और धूल का गुबार चारों ओर फैल गया। लोग दूर-दूर खड़े होकर यह नज़ारा देखते रहे। कुछ लोग मोबाइल पर वीडियो बनाने लगे तो कई लोग दबे स्वर में आपस में चर्चा करते दिखे कि प्रशासन अब सख्त हो गया है और बुलडोजर की कार्यवाही हो रही।
कार्रवाई राजस्व अभिलेखों में दर्ज आराजी नंबर 25, 26, 27, 28, 29, 47/14 और 47/2 पर की गई। लंबे समय से इन जगहों पर कब्ज़ा करके पक्के निर्माण कर लिए गए थे। प्रशासन ने सबसे पहले बुलडोजर से बाउंड्री दीवारें गिराईं,उसके बाद मकाननुमा निर्माणों को ध्वस्त कराया।
पूरी प्रक्रिया के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस ने चारों ओर घेरा बनाकर रखा ताकि कोई बाधा न उत्पन्न हो सके। महिलाओं और बच्चों को हटाकर सुरक्षित जगहों पर किया गया। राजस्व निरीक्षक और लेखपाल मौके पर लगातार नापजोख और मलबे की गिनती में जुटे रहे।
लगभग तीन घंटे चली इस कार्रवाई के बाद प्रशासन ने रिपोर्ट तैयार की और उच्चाधिकारियों को भेज दी। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम न्यायालय के आदेशानुपालन मे तहसील स्तर से किया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अवैध कब्ज़े किसी भी हाल में बख्शे नहीं जाएँगे।
कार्रवाई के बाद इलाके के कई लोग संतोष जताते नज़र आए। उनका कहना था कि अतिक्रमण हटने से रास्ता साफ हो जाएगा और सार्वजनिक जमीन का सही उपयोग हो सकेगा। वहीं, जिनके निर्माण ढहे, उनमें नाराज़गी और मायूसी दोनों साफ दिख रही थी।