

हनुमान जी को संकटमोचन, अष्टसिद्धिदाता और भक्तों के रक्षक के रूप में पूजा जाता है। उनकी भक्ति करने वाले व्यक्ति को भय, रोग, शत्रु और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति प्राप्त होती है। हनुमान गायत्री मंत्र एक ऐसा दिव्य और प्रभावशाली मंत्र है, जो भक्त को मानसिक, शारीरिक और आत्मिक बल प्रदान करता है। इस लेख में हम “Hanuman Gayatri Mantra in Hindi” के महत्व, विधि और लाभ के बारे में विस्तार से जानेंगे।

हनुमान गायत्री मंत्र इन हिंदी
ॐ आंजनेयाय विद्मिहे वायुपुत्राय धीमहि ,
तन्नो: हनुमान: प्रचोदयात।।
ॐ रामदूताय विद्मिहे कपिराजाय धीमहि,
तन्नो: मारुति: प्रचोदयात।।
ॐ अन्जनिसुताय विद्मिहे महाबलाय धीमहि,
तन्नो: मारुति: प्रचोदयात।।
“Hanuman Gayatri Mantra in Hindi” न केवल एक मंत्र है, बल्कि यह जीवन को संबल देने वाला एक मार्ग है। जो व्यक्ति इस मंत्र का विधिपूर्वक जप करता है, उसे हनुमान जी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। यदि आप अपने जीवन में शांति, सुरक्षा और सफलता चाहते हैं, तो इस मंत्र का नित्य पाठ करें और प्रभु की कृपा से अपने जीवन को सफल बनाएं।
पाठ विधि (Vidhi)
- प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजन स्थान पर लाल आसन बिछाकर बैठें।
- सामने हनुमान जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- दीपक जलाएं और चंदन व लाल फूल चढ़ाएं।
- पहले हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करें (यदि संभव हो)।
- अब 108 बार हनुमान गायत्री मंत्र का जप करें (माला से)।
- जप के बाद हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाएं।
- अंत में आरती करें और सभी कष्टों से मुक्ति की प्रार्थना करें।
हनुमान गायत्री मंत्र के लाभ (Laabh)
- मानसिक शक्ति में वृद्धि – यह मंत्र मन को शांत करता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है।
- शत्रुओं से सुरक्षा – नकारात्मक ऊर्जा और शत्रु बाधा से रक्षा करता है।
- विद्या और बुद्धि में प्रगति – विद्यार्थी और प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे लोगों के लिए अत्यंत उपयोगी।
- आत्मिक बल का विकास – आध्यात्मिक रूप से व्यक्ति को ऊँचाई तक ले जाता है।
- रोग और भय से मुक्ति – शरीर की ऊर्जा बढ़ाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करता है।