
वाराणसी, 16 नवंबर 2024:
कलार्पण संस्था द्वारा आयोजित दो दिवसीय कला दर्शन समारोह का शुभारंभ पद्मश्री उमाशंकर पांडे जी, विशिष्ट अतिथि डॉ. पुरुषोत्तम सिंह (प्राचार्य, महाराजा पीजी कॉलेज), और अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। उद्घाटन सत्र में वेदपाठी विद्यार्थियों द्वारा मंगलाचरण, राष्ट्रगान, और संस्था की वार्षिक गतिविधियों का विवरण प्रस्तुत किया गया।
इस समारोह में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, दिल्ली, और गोवा के 246 कला और साहित्य साधकों ने भाग लिया। विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र में आयोजित कला-संस्कृति कार्यक्रमों का विवरण साझा किया।
द्वितीय दिवस की मुख्य गतिविधियाँ
दूसरे दिन नारी शक्ति और कला साधना में मातृशक्ति की भूमिका पर व्याख्यान सत्र आयोजित हुआ। मुख्य वक्ताओं में डॉ. नीरज माधव, गीता शास्त्री, सुचारिता गुप्ता, और डॉ. मंजरी पांडे ने विचार व्यक्त किए। इसके बाद प्रो. ओमपाल सिंह निडर की अध्यक्षता में कवि सम्मेलन संपन्न हुआ। प्रमुख कवियों में डॉ. कुसुम चौधरी, कुमार प्रांजल प्रताप, शिवरीनारायण खरे, और अन्य ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और नाट्य मंचन
समारोह में शास्त्रीय संगीत, ध्रुपद गायन, और भजन गायन की मनमोहक प्रस्तुतियाँ हुईं। विदुषी संगीता सिन्हा और राम प्रकाश मिश्रा ने कथक नृत्य से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। नाट्य मंचन में पंडित श्री दिगंबर नारायण तिवारी और उनकी टीम ने गंगा मां का अवतरण और भगवान नटराज का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया।
समारोह का समापन राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शिव प्रकाश सिंह द्वारा साधकों के प्रति आभार प्रकट करने के साथ हुआ। कार्यक्रम में 255 प्रतिभागियों और वरिष्ठ गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रही।